सेना के डेयर डेविल मोटरसाइकिल सवारों ने कारगिल शहीदोें को दी सलामी, अब लेह में देंगे सेना के वीरोंं को देंगे श्रद्धांजलि
रविवार को दल के सदस्य कारगिल से लेह के लिए रवाना हो गए। सेना के ये मोटरसाइकिल सवार लेह में भी सेना के उन शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे जिन्होंने लद्दाख में चीन पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को नाकाम बनाते हुए प्राणों की आहुति दी थी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। सेना के डेयर डेविल मोटरसाइकिल सवारों ने कारगिल वार मेमोरियल में सेना के शहीदो को सलामी देकर देश के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने का प्रण किया।
इससे पहले दल ने शनिवार को जोजिला में सेना के शहीदों को श्रद्धांजिल दी। रविवार को दल के सदस्य कारगिल से लेह के लिए रवाना हो गए। सेना के ये मोटरसाइकिल सवार लेह में भी सेना के उन शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे जिन्होंने लद्दाख में चीन, पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को नाकाम बनाते हुए प्राणों की आहुति दी थी। जोजिला पहुंचने पर स्थानीय बटालियन की ओर से सेना के इन वीरों का स्वागत किया गया।
मोटरसाइकिल सवार अब लद्दाख के दुर्गम हालात में कारगिल के बाद लेह, खारदुंगला, सियाचिन बेस कैंप तक सफर कर संदेश देंगे कि देश के वीर जवान कठिन से कठिन हालात में अपनी मंजिल हासिल करने में सक्षम हैं। इस दौरान वे दुर्गम हालात में लेह में देशसेवा कर सेना के जवानों से मिलकर उनका हौसला भी बढाएंगे। इसके साथ मोटरसाइकिल सवार रास्ते में युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित भी करेंगे। इस अभियान पर निकले सेना के जवानों को उत्तरी कमान मुख्यालय उधमपुर से चीफ आफ स्टाफ ने रवाना किया गया था। दल श्रीनगर, सोनमर्ग में रात को रुकने के बाद शनिवार को कारगिल में प्रवेश कर गया था।
मोटरसाइकिल सवारों का यह दल चुनौतीपूर्ण हालात में 2500 किलोमीटर का सफर तय कर 11 नवंबर को दिल्ली में नेशनल वार मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए पहुंचेगा। मोटरसाइकिल सवारों के दल का नेतृत्व मेजर शिवम सिंह कर रहे हैं। अभियान का आयोजन 8 दिसंबर को मनाए जाने वाले सेना सेवा कोर के 261वें कोर दिवस के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। इस दल में सेना के एक अधिकारी के साथ दस अन्य रैंक शामिल हैं। लेह के बाद मोटरसाइकिल सवार हिमाचल प्रदेश में पांग, शिमला होते हुए व चंडीगढ़ रवाना हो जाएंगे।