बहन की डोली को कंधा नहीं दे पाया शहीद वरुण
संवाद सहयोगी, सांबा : केरी सेक्टर में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुआ जवान वरुण कटल अप
संवाद सहयोगी, सांबा : केरी सेक्टर में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुआ जवान वरुण कटल अपनी बहन की डोली को कंधा देने के लिए एक महीने के बाद घर आने वाला था, लेकिन अब उसका शव दूसरों के कंधों पर अपने घर पहुंचेगा। सांबा जिले के छोटे से गांव मावा में जन्मे वरुण को देशभक्ति का पाठ उसके सैनिक पिता अंचल ¨सह ने पढ़ाया था और पिता के नक्शे कदमों पर चलते हुए ही वह सेना में भर्ती हुआ था।
वरुण कुछ दिन पहले ही अपने घर छुट्टी पर आया था। वह अपनी बहन की शादी की तैयारी में लगा था और अगले महीने बहन को डोली में बिठाने का वादा कर घर से ड्यूटी पर गया था, लेकिन शनिवार को उसके शहीद होने की खबर घर पहुंची। वरुण के शहीद होने की खबर जैसे ही उसके गांव में पहुंची तो पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उसके परिवार की मानो जैसे रीढ़ की हड्डी ही टूट गई हो। वरुण के पिता को बेटे की शहादत पर गर्व तो था, लेकिन उसके जाने का गम भी था। वरुण दो भाइयों में छोटा था और वह घर का लाडला भी था। देर शाम तक वरुण का शव उसके घर नहीं पहुंचा, लेकिन उसके घर में लोगों का तांता उसकी शहादत की सूचना के बाद से लग गया था। वरुण का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ उसके पैतृक गांव मावा में किया जाएगा।