Jammu Kashmir : अदृश्य दुश्मन कोरोना को भी मात दे रही सेना
देश की सीमाओं की सुरक्षा करने के साथ-साथ भारतीय सेना अदृश्य दुश्मन कोरोना वायरस को भी मात दे रही है। महामारी से निपटने के लिए सेना जम्मू कश्मीर और लद्दाख में प्रशासन का साथ दे रही है। सेना के अस्पतालों में अब तक 34396 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । देश की सीमाओं की सुरक्षा करने के साथ-साथ भारतीय सेना अदृश्य दुश्मन कोरोना वायरस को भी मात दे रही है। महामारी से निपटने के लिए सेना जम्मू कश्मीर और लद्दाख में प्रशासन का साथ दे रही है। सेना के अस्पतालों में अब तक 34,396 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। इनमें से 2.55 प्रतिशत टेस्ट पाजिटिव आए हैं।
ऊधमपुर के कमान अस्पताल के साथ श्रीनगर व जम्मू के सैन्य अस्पतालों में भी सेना के डॉक्टर व अन्य मेडिकल स्टाफ कोरोना को हराने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। सेना के अस्पतालों में इलाज पाकर अब तक 4636 मरीजों कोरोना को पस्त कर घर जा चुके हैं। इन अस्पतालों में इलाज के दौरा 22 कोरोना मरीजों की मौत भी हुई है। सेना के अस्पतालों में कोरोना से मौत की दर महज 0.28 प्रतिशत है।
सेना के अस्पतालों में अब तक 34,396 कोरोना टेस्ट हुए
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि सैन्यकर्मियों, सेवानिवृत सैनिकों, उनके परिजनों व नागरिकों के इलाज के लिए उत्तरी कमान ने अपने अस्पालों के अलावा 818 व 2182 बिस्तरों वाली अस्थायी आइसोलेशन सुविधा भी बनाई है। आपात स्थिति के लिए श्रीनगर के पुराने एयरफील्ड व जम्मू के दोमाना स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में भी कोविड केयर सुविधा तैयार रखी है। श्रीनगर के पुराने एयरफील्ड में 250 बिस्तर और दोमाना में 100 बिस्तरों की सुविधा है। कमान अस्पताल में कोरोना टेस्ट की सुविधा है। स्वास्थ्य विभाग के साथ सेना समन्वय बनाए हुए है।
स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर रही सेना
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि रेल, विमान सेवाएं शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में सैन्य कर्मी, परिजनों के साथ छुट्टी काटकर क्वारंटाइन हुए बिना जम्मू व श्रीनगर में रिपोर्ट करने लगे। कई अपने वाहनों में भी लौट रहे थे। ऐसे में प्रशासन के साथ मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाई गई जहां शत प्रतिशत सैंपल टेस्ट किए जाएं।