दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर स्थायी शांति कायम करने के जवानों को निर्देश देकर लौटे आर्मी चीफ नरवणे
इससे पहले आर्मी चीफ ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर जम्मू-कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों व उनके सामना करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर भी चर्चा की।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। उत्तरी कमान के अधिकारियों व जवानों को कड़ी चौकसी से दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने की मुहिम जारी रखने के निर्देश देकर थलसेन अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे सेना वापस दिल्ली लौट गए। गत बुधवार को जम्मू संभाग के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे आर्मी चीफ ने उत्तरी कमान मुख्यालय ऊधमपुर में जवानों व अधिकारियों से बैठक कर उन्हें जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ मुहिम जारी रख स्थायी शांति कायम करने के लिए कहा। इसके साथ उन्होंने उत्तरी कमान के वीरों को बर्फबारी से मुश्किलों का सामना करने वाले दूरदराज के लोगों को भी हर प्रकार की सहायता देने के निर्देश दिए। दिल्ली लौटने से पहले आर्मी चीफ राजौरी के भिंबरगली अग्रिम पोस्ट पर पहुंचे जहां उन्होंने सीमा की रक्षा में तैनात जवानों से बात भी की।
अपनी जान की परवाह न करते हुए देश की सीमाओं की रक्षा में दिन-रात तैनात जवानों की सराहना करते हुए जनरल ने कहा कि वे दुश्मनों की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दें। उन्होंने यह भी कहा कि जवाब इतना कड़ा होना चाहिए कि दुश्मन फिर गलती दोहराने से पहले दस बार सोचे। इस दौरान उन्होंने सेना के जवानों व अधिकारियों के साथ चाय भी पी। जनरल से रूबरू होकर जवानों का भी आत्मविश्वास काफी बढ़ गया। उन्होंने थलसेना अध्यक्ष को इस बात का विश्वास दिलाया कि उनके होते हुए दुश्मन सैनिक या फिर आतंकवादी भारत की सीमा में प्रवेश नहीं कर पाएगा।
इससे पहले आर्मी चीफ ने नगरोटा स्थित 16वीं कोर के मुख्यालय में भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर जम्मू-कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों व उनके सामना करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की। बैठक के बाद जनरल नरवणे दिल्ली रवाना होने से पहले उपराज्यपाल जीसी मुर्मू से भी मिले। जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य, देश के दुश्मनों की साजिशों को नाकाम बनाने की कार्रवाई व बेहतर समन्वय से गणतंत्र दिवस को सुरक्षित बनाने की मुहिम पर उनसे विचार-विमर्श भी किया। उपराज्यपाल से मिलने के बाद वह सीधे टेक्निकल एयरपोर्ट सतवारी गए जहां से वह दिल्ली लौट गए। आर्मी चीफ बुधवार शाम को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर ऊधमपुर पहुंचे थे।
जनरल नरवणे ने नई जिम्मेवारी संभालने के फोरन बाद अपने दौरों की शुरूआत केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध स्थल सियाचिन का दौरा कर की थी। इसके बाद उन्होंने जम्मू संभाग के सुरक्षा हालात जाने। उन्होंने अभी तक कश्मीर का दौरा नहीं किया है।