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सिकॉप के पूर्व एमडी, जीएम के घर छापेमारी, महत्वपूर्ण दस्तावेज, 68 लाख का सोना, 9.57 लाख की नगदी जब्त

एबीसी के केस मुताबिक सिकाप के तत्कालीन एमडी बीएस दुआ ने अपने भतीजे स. जसविंद्र सिंह की कारपोरेशन में अवैध नियुक्ति की।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 12:09 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 12:09 PM (IST)
सिकॉप के पूर्व एमडी, जीएम के घर छापेमारी, महत्वपूर्ण दस्तावेज, 68 लाख का सोना, 9.57 लाख की नगदी जब्त
सिकॉप के पूर्व एमडी, जीएम के घर छापेमारी, महत्वपूर्ण दस्तावेज, 68 लाख का सोना, 9.57 लाख की नगदी जब्त

जम्मू, जागरण संवाददाता। एंटी करप्शन ब्यूरो ने जेएंडके स्माल स्केल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सिकॉप) के पूर्व जनरल मैनेजर के घर से करीब 69 लाख रुपये के सोना-चांदी सहित साढ़े नौ लाख रुपये की नकदी जब्त की है। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) बुधवार को सिकाप के पूर्व जीएम भुपेंद्र सिंह दुआ के नानक नगर स्थित घर में छापेमारी की थी। इस दौरान घर से करीब 68 लाख रुपये कीमत के 1.834 किलो सोने के जेवर, करीब 70 हजार रुपये के 1.470 किलो चांदी और 9,57,400 रुपये की नगदी बरामद की है।

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एसीबी ने छह दिन पूर्व ही यानी 10 अक्टूबर को भ्रष्टाचार के आरोप में दुआ के अलावा सिकाप के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) एके खुल्लर और जेएंडके हैंडीक्राफ्ट कारपोरेशन के मौजूदा एमडी स. जसविंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था। जांच में जुटी एबीसी टीम ने बुधवार को तीनों के घर में एक साथ छापेमारी की। बीएस दुआ के घर से सोने-चांदी के जेवर और लाखों की नगदी बरामद हुई, जबकि एके खुल्लर व जसविंद्र सिंह के घर में छापे के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। दस्तावेजों की टीम जांच-पड़ताल कर रही है।

एबीसी के केस मुताबिक सिकाप के तत्कालीन एमडी बीएस दुआ ने अपने भतीजे स. जसविंद्र सिंह की कारपोरेशन में अवैध नियुक्ति की। उसे नियमों को ताक पर रखकर हैरान करने वाली पदोन्नतियां दीं, जिससे वह 16 साल में ही कारपोरेशन के एमडी के पद पर पहुंच गए।

जसविंद्र को जेई नियुक्त किया और 16 साल में बन गए एमडी

एसीबी की जांच में खुलासा हुआ कि जसविंद्र सिंह को तीन महीने के लिए जूनियर इंजीनियर (जेई) के पद पर नियुक्त किया। तत्कालीन एमडी एके खुल्लर ने तत्कालीन जनरल मैनेजर बीएस दुआ से मिलकर नियमों की अनदेखी करते हुए जसविंद्र की जेई के पद पर सेवाएं स्थायी कर दीं। जांच में पता चला कि जब बीएस दुआ सिकाप के एमडी थे, तो उनके भतीजे जसविंद्र को नियमों को ताक पर रख तीन पदोन्नतियां मिलीं। प्रारंभिक जांच में साबित हुआ कि सिकाप के तत्कालीन एमडी खुल्लर, जीएम और एमडी रहे दुआ ने जसविंद्र से मिलकर सारा खेल खेला। जसविंद्र की पहले बैकडोर नियुक्ति की और बाद में नियमों को ताक पर रखकर पदोन्नतियां दीं। जसविंद्र को इस दौरान मिले लाभ के कारण वह मौजूदा समय में जेएंडके हैंडीक्राफ्ट कारपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर तैनात हैं। प्रारंभिक जांच में आरोप साबित होने पर एसीबी ने औपचारिक एफआइआर दर्ज कर आरोपितों के घर छापेमारी की है।


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