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ईद से पूर्व मुस्लिम समुदाय ने फहराया तिरंगा, स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर में अमित शाह फहराएंगे तिरंगा

अगले चार दिन केंद्र के लिए चुनौती भरे 12-13 अगस्त को ईद का पर्व है। 14 को पाक की आजादी का दिन और 15 अगस्त को देश का स्वतंत्रता दिवस है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 12 Aug 2019 10:38 AM (IST)Updated: Mon, 12 Aug 2019 10:38 AM (IST)
ईद से पूर्व मुस्लिम समुदाय ने फहराया तिरंगा, स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर में अमित शाह फहराएंगे तिरंगा
ईद से पूर्व मुस्लिम समुदाय ने फहराया तिरंगा, स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर में अमित शाह फहराएंगे तिरंगा

जम्मू, राज्य ब्यूरो। रविवार को शहर के पास पड़ते गांव भागथली स्थित मस्जिद में मुस्लिमों ने नमाज अता करते हुए जम्मू व कश्मीर में अमन व भाईचारे की कामना की है। ईद के पर्व से पहले यहां नमाज अता करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने तिरंगा फहराया।

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मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पहले भारत माता जयघोष करते हुए कहा कि जम्मू- कश्मीर में अमन और शांति के साथ-साथ उचित विकास हो। इस दौरान मोहम्मद रफीक और मस्कीन ने कहा कि धारा 370 और 35ए हटाए जाने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। जबकि वे सिर्फ और सिर्फ विकास चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ईद के पर्व पर वे ईदगाह में भी नमाज अदा कर अमन शांति की कामना करेंगे।

आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए को हटाकर इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया है। जिसका मुस्लिम समुदाय ने स्वागत किया है।

स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर में तिरंगा फहरा सकते हैं अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस बार स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर में तिरंगा झंडा फहराने आ सकते हैं। ऐसी भी संभावना है कि शाह श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराएंगे। ऐसा कर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करेंगे। सनद रहे कि नरेंद्र मोदी भी कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच एक बार लाल चौक में तिरंगा फहराने के लिए आए थे।

हालांकि उन्होंने तब कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच झंडा फहराया था। उनका सपना था कि अनुच्छेद 370 को हटाकर यहां पर तिरंगा फहराएंगे। इस समय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी घाटी में ही हैं। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री के श्रीनगर आने की संभावना काफी प्रबल है। हालांकि अभी अधिकारिक तौर पर शाह के बाने की पुष्टि नहीं हुई है।

अगले चार दिन केंद्र के लिए चुनौती भरे

अनुच्छेद 370 हटने के बाद हालात सामान्य बनाने में केंद्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से लेकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक व प्रशासनिक खेमा जुटा है। आने वाले चार दिन केंद्र व राज्य सरकार के लिए ही चुनौतीपूर्ण हैं। 12-13 अगस्त को ईद का पर्व है। 14 को पाक की आजादी का दिन और 15 अगस्त को देश का स्वतंत्रता दिवस है। शरारती तत्व कश्मीर में हर बार इन चार दिनों में माहौल बिगाड़ने के प्रयास में रहते हैं। इस बार केंद्र ने 15 अगस्त के दिन कश्मीर की सभी पंचायतों में तिरंगा फहराने की योजना बनाई है।

हालांकि डोभाल खुद कश्मीर में रहकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कश्मीर में जगह-जगह जाकर लोगों के बीच जाकर विश्वास दिला रहे हैं कि 370 का हटना जम्मू कश्मीर के हित में है। सोमवार को बकरीद है। इस दिन कश्मीर में लाखों की संख्या में लोग मस्जिदों में जुटकर नमाज अता करते हैं। पूर्व में कई बार नमाज के बाद कश्मीर में प्रदर्शन और हिंसा के मामले देखने को मिले हैं। केंद्र सरकार स्वयं पल-पल की जानकारी ले रही है।

10 जिलों से ली बैठक की जानकारी

रविवार को कश्मीर संभाग के सभी 10 जिलों के डिप्टी कमिश्नरों से जिलों के हालात की जानकारी ली। उन्हें यह सुनिश्चित बनाने को कहा कि कहीं पर भी स्थिति खराब करने में कोई सफल न हो। कश्मीर में सबसे बड़ा समारोह ईदगाह मैदान में होता है। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि कोई भी नमाज के बाद माहौल को खराब न कर सके। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से लेकर राज्य प्रशासन सभी के लिए यह एक चुनौती है।

..ताकि न फहराएं पाकिस्तान के झंडे

केंद्र व राज्य सरकार के लिए दूसरी सबसे बड़ी चुनौती 14 अगस्त की है। इस दिन पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस होता है। पूर्व में कश्मीर के कई स्थानों विशेषकर दक्षिण कश्मीर में पाकिस्तान के झंडे फहराए जाते हैं। इस साल भी शरारती तत्वों का यह प्रयास रहेगा कि वे पाक के झंडे फहरा सकें। लेकिन केंद्रीय सुरक्षा सलाहकार ग्राउंड मैनेजमेंट में जुटे हुए हैं। वह लोगों विशेषकर युवाओं को समझा रहे हैं।

केंद्र व राज्य सरकार ने कश्मीर में सीआरपीएफ की अतिरिक्त कंपनियां भी तैनाती की हैं। वे इस बात को सुनिश्चित बना रहे हैं कि कोई भी कहीं पर भी पाक के झंडे न फहरा सके। इससे यह भी संदेश जाएगा कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में जो बदलाव आ रहा है, वे स्थायी है। यही नहीं सरकार ने लोगों को उकसाने वाले नेताओं और अलगाववादियों दोनों को हिरासत में ले रखा है। अगर सरकार इस चुनौती से निपटने में सफल रहती है तो इससे यह साफ हो जाएगा कि कुछ नेताओं के कारण ही कश्मीर में ऐसा हो रहा है।

आतंक के गढ़ में लहराएंगे तिरंगे

स्वतंत्रता दिवस पर राज्य प्रशासन और केंद्र सरकार पंचायत स्तर पर तिरंगा फहराने जा रही है। दक्षिण कश्मीर के आतंकग्रस्त रहे चार जिले शोपियां, पुलवामा, कुलगाम और अनतंनाग में भी पंचायत स्तर पर तिरंगे फहराए जाएंगे। प्रदेश भाजपा ने भी अपने कार्यकर्ताओं को राज्य में पचास हजार तिरंगे फहराने के लिए कहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों व स्थानीय लोगों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं। सरकार किसी भी जगह पर कमजोर होने का संदेश नहीं देना चाहती। सरकार ने पहले से ही सभी अलगाववादियों को हिरासत में ले लिया है। कई पत्थरबाज भी अंदर किए हुए हैं। राज्य प्रशासन स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाने के लिए सभी कदम उठा रही है। अब यह देखना होगा कि अगले चार दिनों में राज्य प्रशासन कितना चुनौतीपूर्ण ढंग से इसका सामना करता है।

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