बारिश के कारण दो दिन तक स्थगित रही अमरनाथ यात्रा मौसम में सुधार होते ही बहाल
बारिश के कारण दो दिन तक स्थगित रही अमरनाथ यात्रा रविवार को जम्मू और कश्मीर के मौसम में सुधार होते ही बहाल हो गई।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। बारिश के कारण दो दिन तक स्थगित रही अमरनाथ यात्रा रविवार को जम्मू और कश्मीर के मौसम में सुधार होते ही बहाल हो गई। यात्रा मार्ग बालटाल और पहलगाम से सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के जत्थे कड़ी सुरक्षा में रवाना किए गए। दोनों स्थानों से श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी शुरू हो गई। उधर, प्रशासन ने बारिश से क्षतिग्रस्त हुए मार्ग की मरम्मत का काम तेज कर दिया है।
बालटाल और पहलगाम मार्ग पर शनिवार देर शाम से मौसम में सुधार आ गया था। दो दिन से जारी बारिश के कारण आधार शिविर बालटाल में दस हजार से अधिक श्रद्धालु, पहलगाम और चंदनवाड़ी में भी दस हजार से अधिक श्रद्धालु फंसे हुए थे। दोनों ही मार्गो से रविवार को 7500-7500 श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए भेजे गए। अभी भी बालटाल व पहलगाम आधार शिविरों में हजारों श्रद्धालु रुके हैं।
मौसम में सुधार आते ही अधिकारियों ने यात्रा शुरू करने से पहले पूरे मार्ग का हवाई सर्वे किया। गांदरबल के डिप्टी कमिश्नर डॉ. पीयूष ¨सगला ने बताया कि यात्रा मार्ग में अगर कहीं पर कोई दिक्कत है तो उसे ठीक किया जा रहा है। पहले दो जत्थों को प्राथमिकता पर भेजापहलगाम में कैंप डायरेक्टर सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि मौसम साफ होने के बाद यात्रा को रवाना कर दिया। मार्ग में कुछ स्थानों पर फिसलन थी, मगर उसे भी ठीक कर दिया। दोनों ही स्थानों पर पहले दो जत्थों में गए श्रद्धालुओं को प्राथमिकता पर भेजा।
इसके अलावा हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं को रवाना किया। यात्रा शुरू होने के बाद पहली बार दिनभर हेलीकॉप्टर सेवा सुचारु रूप से चली। जम्मू से 6877 श्रद्धालुओं का जत्था रवानारविवार को 6877 श्रद्धालुओं का चौथा जत्था पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुआ। आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर से सुबह रवाना हुए जत्थे में पहलगाम रूट से 4087 श्रद्धालु रवाना हुए जिसमें 3134 पुरुष, 703 महिलाएं और 250 साधु शामिल थे। बालटाल रूट से 2790 श्रद्धालु रवाना हुए जिसमें 2064 पुरुष और 726 महिलाएं शामिल थे। अब तक का यह सबसे बड़ा जत्था था। यात्री निवास से अब तक 16182 श्रद्धालु रवाना हो चुके हैं।