Amarnath Yatra 2022 : 12 हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर श्रद्धालुओं को मिला स्वच्छ जल का तोहफा, वाटर फिल्टर भी लगाए गए
Amarnath Yatra 2022 अमरनाथ यात्रा पर नल से जल पहुंचाना जलशक्ति विभाग की एक बड़ी उपलब्धि है। विभाग ने कठिन हालात में यात्रा मार्ग पर काम कर पानी के पाइप बिछाकर यात्रियों के लिए साफ पानी का बंदोबस्त किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : भोलेनाथ के भक्तों को जलशक्ति विभाग ने पहली बार श्री अमरनाथ यात्रा मार्ग पर 12,200 फीट की ऊंचाई पर नल से जल उपलब्ध करवाकर स्वच्छ जल का तोहफा दिया है। यह जल जीवन मिशन के तहत संभव हुआ है।
श्रद्धालुओं के साथ सुरक्षाकर्मियों, पिट्ठू, घोड़े वाले संगम की कठिन चढ़ाई चढ़ने के बाद यहां कुछ पल विश्राम करने के साथ साफ पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। संगम ऐसा पड़ाव है, जहां नुनवान (पहलगाम) और बालटाल मार्गों से यात्रा करने वाले एक जगह मिलते हैं और यहीं से आगे एकसाथ पवित्र गुफा की तरफ रवाना होते हैं। इस जगह पर पीने का साफ पानी मिलना किसी वरदान से कम नहीं है। सामान्य तौर पर श्रद्धालु पानी की बोतल खरीद कर प्यास बुझाते हैं। इसके साथ लंगरों में भी पीने की पानी की जरूरत होती है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा के कारण ही अमरनाथ यात्रा मार्ग पर पहली बार नल से जल पहुंचाना संभव हुआ है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर लिखा कि हम श्री बाबा अमरनाथ यात्रा मार्ग की सुविधाओं में अपना योगदान जोड़कर हर्षित व उत्साहित हैं। पूरी कोशिश हो रही है यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल पाएं।
अमरनाथ यात्रा पर नल से जल पहुंचाना जलशक्ति विभाग की एक बड़ी उपलब्धि है। विभाग ने कठिन हालात में यात्रा मार्ग पर काम कर पानी के पाइप बिछाकर यात्रियों के लिए साफ पानी का बंदोबस्त किया है। क्षेत्र में जल जीवन मिशन को कामयाब बनाने के लिए मई से विभाग काम रहा था। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं को साफ पानी उपलब्ध करवाने के लिए कई जगहों पर वाटर फिल्टर भी लगाए गए हैं। यह सारी व्यवस्था जलशक्ति विभाग के प्रमुख सचिव अशोक कुमार परमार की देखरेख में हुई।
जल जीवन के मिशन डायरेक्टर सईद आबिद रशीद शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में इस मिशन से लोगों के जीवन को बेहतर बनाया जा रहा है। अमरनाथ यात्रा मार्ग पर संगम में दुर्गम चढ़ाई वाले क्षेत्र में नल से जल पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की गई है। इतनी ऊंचाई वाले इलाकों में जल सप्लाई के लिए पाइप व अन्य साजो सामान पहुंचाना एक जटिल कार्य था, इस लक्ष्य को हासिल किया गया है।