कश्मीर में बादाम के पेड़ों की गुलाबी बहार पर्यटकों के स्वागत को तैयार
इस पर्यटन स्थल की तरफ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए फरवरी के अंतिम सप्ताह से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं।
श्रीनगर, रजिया नूर : घाटी में सर्दियों के कम तीव्रता वाला दौर चिल्लेबच्चा अपनी दस दिवसीय पारी के साथ बहार की ओर बढ़ रहा है। श्रीनगर के डाउनटाउन के रैनावाड़ी इलाके में स्थित बादामबाड़ी में लगे बादाम के सैकड़ों पेड़ों पर फूलों की कोपलें फूटने लगी हैं। मौसम अनुकूल रहा तो कुछ दिनों में यह कोपलें अपनी गुलाबी बहार के साथ पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार होंगी।
डल झील, ट्यूलिप गार्डन, मुगल गार्डन सहित अन्य पयर्टन स्थल भी पयर्टकों की पहली पसंद होते हैं, लेकिन हर साल मार्च में बादामबाड़ी में लगे बादाम के पेड़ों की मनोहारी दृश्य देखने के लिए पर्यटकों का तांता लगा रहता है। इस पर्यटन स्थल की तरफ पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए फरवरी के अंतिम सप्ताह से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। सर्दियों का मौसम समाप्त होते ही वादी में बादाम के फूल भी खिलने लगते हैं।
बादामबाड़ी की देखरेख कर रहे बागबानी विभाग के अधिकारी रऊफ अहमद वगे ने बताया कि बादाम के फूल तो अभी नहीं खिले हैं, लेकिन फूलों की कोपलें निकलने लगी हैं। अगर तापमान ठीक रहा तो कुछ दिनों में बादाम के फूल खिल जाएंगे और मार्च के पहले सप्ताह में पर्यटक गुलाबी बहार का नजारा देख सकेंगे।
वगे ने कहा कि बाग की साफ सफाई की जा रही है। बाग में लगे बादाम व फूलों के पेड़ों पर दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस साल भी यहां फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। पर्यटन स्थलों पर होने वाले उत्सव पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होते हैं क्योंकि इस दौरान पयर्टकों को बहुत सी चीजें देखने का मौका मिलता है। हम कोशिश करेंगे कि इस बार भी यहां पर्यटकों को कुछ नया देखने को मिले।