पॉली ग्रीन हाउस से हर मौसम में सब्जी की खेती हुई आसान
पॉली ग्रीन हाउस से हर मौसम में सब्जी की खेती हुई आसान
गुलदेव राज, जम्मू
तालाब तिल्लो स्थित कृषि विभाग में स्थापित नेचुरल वेंटीलेटेड पॉली ग्रीन हाउस से किसानों की राहें आसान हो रही हैं। यहां विशेष तकनीक से व नियंत्रित तापमान में सब्जियों की बढि़या पनीरी तैयार कर किसानों को दिया जा रहा है। इससे उन किसानों की दिक्कतें दूर होंगी, जो लगातार बारिश के कारण सब्जियों की पनीरी नहीं लगा पा रहे थे। अब इन लोगों को समय पर व बढि़या किस्म के पौधे उपलब्ध हो सकेंगे। खासकर अगेती खेती करने वाले किसानों को तो इससे बहुत फायदा मिलेगा। कृषि विभाग की तरफ से विभिन्न सब्जियों के डेढ़ लाख पौधे ग्रीन हाउस में तैयार किए गए हैं और इतने ही पौधे तैयार हो रहे हैं। खास बात यह है कि पौधे ट्रे में हैं, जिसको आसानी से जमीन में रोपा जा सकता है। कृषि विभाग ट्रे समेत पौधा देगा और बदले में महज लागत के रूप में 50 पैसे प्रति पौधा लेगा।
तालाब तिल्लो में दो हजार वर्ग फुट व एक हजार वर्ग फुट के दो पॉलीग्रीन हाउस हैं। इन दिनों यहां पर पनीरी की बहार है। दूसरी ओर किसानों ने भी पनीरी उठाने का क्रम शुरू कर दिया है। विजयपुर के किसान ओम प्रकाश का कहना है कि कृषि विभाग का यह प्रयास बहुत अच्छा है। उसे पनीरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। नियंत्रित तापमान में तैयार होते हैं पौधे
पनीरी तैयार करने के लिए सामग्री कोकापीट, कोलाइट व परलाइट सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है। इस सामग्री को ट्रे में डालकर बीज डाला जाता है और फिर नियंत्रित तापमान में पौधा तैयार किया जाता है। एक ट्रे में 104 कप होते हैं और हर कप में पौधा उगता है और बढ़ता है। यहीं से पौधे बाद में जमीन में हस्तांतरित होते हैं यानी अब तापमान गिरने का इंतजार करने की जरूरत नहीं। ग्रीन पॉली हाउस में नियंत्रित तापमान में पौधे के पनपने का वातावरण तैयार किया जाता है। वर्जन---
किसानों को दिक्कत थी कि अगर अगेती फसल लेनी हो तो पनीरी ही समय पर उग नहीं पाती थी। अब कृषि विभाग फूल गोभी, बंद गोभी, गांठ गोभी समेत अन्य सब्जियों के पौधे नेचुरल वेंटीलेटेड पॉली ग्रीन हाउस में तैयार कर रहा है। जनवरी में तीन लाख और पौधे तैयार करने की योजना है। अगर कोई किसान बरसों से पारंपरिक सब्जी की खेती कर रहा है और अपना ही बीज इस्तेमाल करता है, तो उसे भी आफर है कि वह बीज हमारे पास लाए, हम उसको बेहतरीन पौधे तैयार करके देंगे।
-अरविद्र सिंह रीन, उप निदेशक, कृषि विभाग