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Jammu Kashmir : अपनी पार्टी प्रमुख की चेतावनी, त्यागपत्र देंगे डीडीसी सदस्य, प्रशासन नहीं करने दे रहा काम

उनकी पार्टी के जिला विकास परिषद के सभी सदस्य अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे। पार्टी प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्यों को या तो काम नहीं करने दिया जाता या फिर उन्हें एक जगह से दूसरी जगह जाने से रोक दिया जाता है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 05:59 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 05:59 PM (IST)
Jammu Kashmir : अपनी पार्टी प्रमुख की चेतावनी, त्यागपत्र देंगे डीडीसी सदस्य, प्रशासन नहीं करने दे रहा काम
जिला विकास परिषद के सदस्यों को दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों के का काम करने से प्रशासन रोक रहा है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के जिला विकास परिषद के सदस्यों को दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों के का काम करने से प्रशासन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही करना है तो उनकी पार्टी के जिला विकास परिषद के सभी सदस्य अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे। पार्टी प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्यों को या तो काम नहीं करने दिया जाता या फिर उन्हें एक जगह से दूसरी जगह जाने से रोक दिया जाता है।

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अगर जम्मू-कश्मीर सरकार ने उनके सदस्यों को लोगों के काम करने ही नहीं देना है तो उन्हें जिला विकास परिषद का सदस्य बनकर क्या करना है। वे लोगों को झूठे सपने नहीं दिखाना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर अननी पार्टी ने जिला विकास परिषद के चुनावों में 15 सीटें जीती थीं। जबकि इसके समर्थित 21 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव जीतने में सफल रहे थे। अन्य दलों के दो सदस्य भी बाद में अपनी पार्टी में शामिल हो गए थे। बुखारी ने कहा कि आम आदमी और सरकार के बीच बहुत अधिक दूरी है।

आम आदमी की समस्या सुनने को कोई तैयार नहीं है। पंचायत सदस्यों को गृहमंत्री ने बधाई दी, लेकिन उन्हें सशक्त बनाने के लिए कोई काम नहीं हुआ। जो चुनाव जीतकर आए हैं, वे अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। अगर अब भी कोई कदम नहीं उठाया गया तो लोगों का पंचायती राज पर विश्वास नहीं रहेगा। इसीलिए यह बेहतर है हमारे सदस्य झूठे वायदे करने के स्थान पर घरों में बैठे। बुखारी ने कहा कि जब 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई थी तो उन्होंने यहां का चहुंमुखी विकास करने का वायदा किया था लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। हमें यह कहा गया था कि यहां पर बहुत बड़ा निवेश होगा, विकास होगा।

प्रधानमंत्री बेशक जम्मू-कश्मीर का विकास देखना चाहते हों लेकिन स्थानीय प्रशासन को कोई परवाह नहीं है। जम्मू-कश्मीर में नेता अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों के बीच जा रहे हैं। अनुच्छेद 370 पर उन्होने कहा यह मामला कोर्ट में है। मै दुआ करता हूं कि फैसला लोगों की अपेक्षा के अनुरूप हो। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके उनकी पार्टी लोगों के लिए काम करती रहेगी।


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