Kashmir Situation: स्कूलों में फिर से लौटेगी बहार, शीतकालीन अवकाश के बाद घाटी में एक मार्च को खुलेंगे स्कूल
स्थानीय निवासी बसरत ने बताया कि पहले ही काफी पढ़ाई प्रभावित हो चुकी है। बच्चे घरों में ही पढ़ रहे है। हम नहीं चाहते कि बच्चों की पढ़ाई में और खलल पड़े।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में मौसम बदल रहा है और उसके साथ ही फिर से बदलाव की तस्वीर साफ दिख रही है। शीतकालीन अवकाश के बाद मार्च में फिर से स्कूल खुल जाएंगे। हालांकि कुछ स्कूलों में इस दौरान अतिरिक्त कक्षाएं चल रहीं थी ताकि राज्य के पुनर्गठन के बाद कश्मीर में अलगाववादियों के बंद से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।
यहां बता दें कि कश्मीर में बर्फबारी के सीजन में नवंबर माह में करीब ढाई माह के लिए स्कूलों में अवकाश रहता है और मार्च में नया सत्र आरंभ होता है। इससे पूर्व अगस्त माह में जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के एलान के बाद वादी में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे। हालांकि सरकार ने चरणबद्ध ढंग से स्कूल खोलने का एलान कर दिया था लेकिन अलगाववादियों की धमकियों के कारण वादी में बड़ी संख्या में स्कूल बंद रहे या आंशिक तौर पर ही खुले रहे। इस कारण उपस्थिति काफी कम रही थी। इन तमाम चुनौतियों के बावजूद राज्य प्रशासन अक्टूबर व नवंबर माह में वार्षिक परीक्षाओं के आयोजन में पूरी तरह सफल रहा। 99 फीसद से अधिक छात्रों ने वार्षिक परीक्षाएं दीं। उसके बाद शीतकालीन अवकाश घोषित हो गए।
अब अवकाश के बाद एक मार्च को कश्मीर में स्कूल खुल जाएंगे। छात्र और अभिभावक भी स्कूलों के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ स्कूलों में नियमित अतिरिक्त कक्षाएं के कारण हालांकि पहली बार हुआ कि सर्दी के मौसम में भी स्कूल आंशिक तौर पर खुले रहे। राज्य प्रशासन ने इसके लिए सारे प्रबंध कर लिए है। प्रशासन का लक्ष्य है कि असामाजिक तत्वों को किसी तरह का अवसर न मिले। अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उत्सुक हैं।
स्थानीय लोग बच्चों पढ़ाई में नहीं चाहते है कोई खलल
स्थानीय निवासी बसरत ने बताया कि पहले ही काफी पढ़ाई प्रभावित हो चुकी है। बच्चे घरों में ही पढ़ रहे है। हम नहीं चाहते कि बच्चों की पढ़ाई में और खलल पड़े। कश्मीर में काफी लोग शीतकालीन अवकाश के दौरान जम्मू में अपनी पढ़ाई जारी रखते हैं। अब यह लोग वापस घरों को लौटने लगे हैं। सरकारी प्रशासन और स्कूल शिक्षा विभाग ने बच्चों के लिए स्कूल खोलने को लेकर प्रबंध शुरू कर दिए है। एक प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि स्कूल तय समय पर खुलेंगे और प्रशासन इसके बंदोबस्त कर रहा है। बच्चों की पढ़ाई सुचारू हो, यही हमारा प्रयास है।