Militancy in Jammu: पाकिस्तान के बाद अब बिहार से भी हथियार लेने लगे हैं आतंकी संगठन, सीमा पर सख्ती के कारण पाकिस्तान से हथियार पहुंचना मुश्किल
कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों ने पाकिस्तान के बाद अब बिहार से भी हथियार लेने शुरू कर दिए हैं।कुंजवानी से पकड़े गए लश्कर-ए-मुस्तफा के कमांडर हिदायतुल्लाह मलिक ने पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह बिहार के छपरा से भी सात पिस्तौल लेकर आया था।
जम्मू, जागरण संवाददाता : कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों ने पाकिस्तान के बाद अब बिहार से भी हथियार लेने शुरू कर दिए हैं। जम्मू के कुंजवानी से पकड़े गए लश्कर-ए-मुस्तफा के कमांडर हिदायतुल्लाह मलिक ने पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह बिहार के छपरा से भी सात पिस्तौल लेकर आया था।
सीमा पर कड़ी चौकसी के चलते पाकिस्तान से कई बार हथियार आसानी से इस पार नहीं पहुंच रहे हैं। इस कारण आतंकी संगठनों के पास हथियारों की कमी हो रही है। इस लिए वे बिहार या दूसरे राज्यों से हथियारों की अवैध खरीद के लिए मजबूर हो रहे हैं।
हिदायतुल्ला के खुलासे के बाद पता चला है कि पाकिस्तान में बैठा कश्मीरी आतंकी आशिक नेंगरू वहां से गतिविधियां चला रहा है। आशिक नेंगरू पाकिस्तान से टनल या ड्रोन के जरिये आने वाले हथियारों की खेप को लेने कश्मीर से सांबा आता था।
अक्टूबर, 2019 में नेंगरू ऐसी ही किसी टनल से अपने परिवार के साथ पाकिस्तान चला गया था और अब वहीं से अपनी गतिविधियों को चला रहा है। नेंगरू ने उसे उन कश्मीरी युवाओं का नेटवर्क तैयार करने का जिम्मा भी सौंपा था जाे पंजाब या अन्य राज्यों में पढ़ाई करने के लिए गए हुए हैं।
ऐसा इसलिए कहा गया ताकि अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के बाद आतंकियों को दूसरे राज्यों में स्लीपिंग सेल मिल सकें और उन युवाओं का इस्तेमाल आतंकी वारदाताें को अंजाम देने के लिए किया जा सके। नेंदरू के अलावा हिदायतुल्लाह को पाकिस्तान से एक और हेंडलर संपर्क करता था, जिसका कोड नेम डाक्टर है।
एनएसए कार्यालय की रैकी भी हिदायतुल्लाह ने हेंडलर डाक्टर के कहने पर की थी और वीडियोग्राफी कर उसे व्हाट्सएप के माध्यम से पाकिस्तान भेजा था।