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प्रशासन का आदेश, जम्मू-कश्मीर के इन आठ जिलों को प्राकृतिक आपदा का मिलेगा लाभ

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अभी तक नुकसान के मुआवजे की राशि के वितरण के बारे में जानकारी नहीं दी। किसान प्रत्येक परिवार को 15000 प्रति कनाल का मुआवजा देने की मांग की है। उधर कठुआ के किसानों ने नुकसान की रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेज दी है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Mon, 01 Nov 2021 09:08 AM (IST)Updated: Mon, 01 Nov 2021 09:08 AM (IST)
जम्मू में सबसे ज्यादा नुकसान बासमती धान की फसल को पहुंचा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हाल ही में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और हिमपात के कारण किसानों और सेब उत्पादकों को हुए नुकसान को घोषित प्राकृतिक आपदा पर रविवार को औपचारिक आदेश जारी कर दिया। सामान्य प्रशासनिक विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिन जिलों में प्राकृतिक आपदा घोषित की गई है, उनमें दक्षिण कश्मीर का अनंतनाग, कुलगाम और शौपियां जिले शामिल है। जम्मू संभाग में ऊधमपुर, किश्तवाड़, रियासी, सांबा और कठुआ जिला शामिल हैं।

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आदेश में यह भी कहा गया है कि प्रभावित किसानों को स्टेट डिसास्टर रेस्पांस फंड के तहत सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाए। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बीते 27 अक्टूबर को गुलमर्ग में साहसिक खेलों के उद्घघाटन के मौके जम्मू कश्मीर में बारिश, ओलावृष्टि और बेमौसमी बर्फबारी से किसाना और सेब उत्पादकों को हुए नुकसान को गंभीरता से लेते हुए इसे प्राकृतिक आपदा घोषित कर दिया है।

बता दें कि जम्मू में सबसे ज्यादा नुकसान बासमती धान की फसल को पहुंचा है। जबकि कश्मीर में सेब उत्पादकों को बेमौसमी बर्फबारी और बारिश की जबरदस्त मार पड़ी है। सलाहकार फारूक खान ने भी गत शनिवार को किसान बोर्ड की बैठक में किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए उन्हें रबी की फसल के लिए बीज और उर्वरक पर सब्सिडी देने का आश्वासन दिया था। फसलों को हुए नुकसान का अधिकारी मूल्यांकन में लगे हुए हैं। किसानों ने आगे रबी फसलों को मिट्टी में अत्यधिक नमी के कारण बुआई में देरी होने के कारण नुकसान की आशंका भी जताई है।

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अभी तक नुकसान के मुआवजे की राशि के वितरण के बारे में जानकारी नहीं दी। किसान प्रत्येक परिवार को 15,000 प्रति कनाल का मुआवजा देने की मांग की है। उधर, कठुआ के किसानों ने नुकसान की रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेज दी है। इस बीच, जम्मू के बिश्नाह में दौरे पर पहुंचे जिला उपायुक्त अरनिया के किसानों से मिले बिना लौट गए तो किसानों ने टायर जलाकर प्रदर्शन भी किया। 


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