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ADGP Munir Ahmed Khan ने कहा- कश्मीर में आतंकी मारे नहीं जा रहे बल्कि आत्मसमर्पण कर रहे

ADGP Munir Ahmed Khan ने कहा कि घाटी में स्थिति पूरी तरह शांत और नियंत्रण में है। आतंकरोधी अभियान जारी हैं बस तरीका बदला गया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 05 Sep 2019 09:25 AM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 03:13 PM (IST)
ADGP Munir Ahmed Khan ने कहा- कश्मीर में आतंकी मारे नहीं जा रहे बल्कि आत्मसमर्पण कर रहे
ADGP Munir Ahmed Khan ने कहा- कश्मीर में आतंकी मारे नहीं जा रहे बल्कि आत्मसमर्पण कर रहे

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Pakistan terrorist राज्य पुलिस अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजीपी) मुनीर अहमद खान ने कहा कि घाटी में स्थिति पूरी तरह शांत और नियंत्रण में है। आतंकरोधी अभियान जारी हैं, बस तरीका बदला गया है। आतंकी मारे नहीं जा रहे हैं, बल्कि सरेंडर कर रहे हैं। मौजूदा हालात में अगर यहां किसी नागरिक की मौत नहीं हुई है तो यह सिर्फ सुरक्षाबलों द्वारा बरते जा रहे पूरे एहतियात व टेलीफोन और इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी के कारण ही है।

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श्रीनगर में चिनार कोर मुख्यालय में कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो की मौजूदगी में बातचीत में एडीजीपी मुनीर अहमद खान ने कहा कि पांच अगस्त के बाद से कश्मीर में तनाव के बावजूद स्थिति शांत है। सामान्य जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है।

उन्होंने कहा कि शरारती और राष्ट्रविरोधी तत्वों की तमाम साजिशों के बावजूद अभी तक कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के दौरान सुरक्षाबलों की कार्रवाई में किसी नागरिक की मौत नहीं हुई है। यह बहुत बड़ी बात है। इसका श्रेय यहां जमीन पर तैनात सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय को ही जाता है। उन्होंने कहा कि हमने यहां नागरिक मौतों से बचने के लिए हर संभव उपाय किया है।

वादी में आतंकरोधी अभियानों को बंद किए जाने से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा कि मुठभेड़ें नहीं हो रही हैं, क्योंकि हमने अपना तरीका बदला है। इस समय आतंकी आत्मसमर्पण कर रहे हैं। किसी आतंकी के मारे जाने से कहीं ज्यादा अहमियत किसी आतंकी के जिंदा पकड़े जाने और उसके सरेंडर की होती है। एक सरेंडर, अन्य सक्रिय आतंकियों को भी हथियार छोड़ नयी जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करता है।

इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी से हालात सामान्य हो रहे :

मोबाइल व इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि यह कदम बहुत सोच समझकर उठाया गया है। इससे कश्मीर में अफवाहों पर लगाम लगी है, शरारती तत्वों का दुष्प्रचार भी बंद हुआ है। इससे यहां हालात सामान्य बनाए रखने में मदद मिली है। अगर यहां स्थिति सुधर रही है, किसी नागरिक की मौत नहीं हुई है तो उसका एक बड़ा कारण यह भी है।

समीक्षा के बाद राजनीतिक कैदियों की रिहाई का फैसला :

राजनीतिक कैदियों व अन्य लोगों की रिहाई पर उन्होंने कहा कि स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। इसके आधार पर ही इन लोगों की रिहाई का फैसला होगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हम किसी जगह शरारती तत्वों को हिरासत में लेते हैं तो उनकी रिहाई की प्रक्रिया भी उसके साथ ही चलती है। यह जरूरी है, हमें हालात को सामान्य व शांत बनाए रखना है।

इसरार पत्थरबाजों के हमले में मारा गया :

श्रीनगर के सौरा इलाके में इसरार नामक युवक की मौत पर उन्होंने कहा कि वह सुरक्षाबलों की कार्रवाई में नहीं बल्कि पत्थरबाजों के हमले में मारा गया है। वह छह अगस्त को जख्मी हुआ था और उसके बाद से अस्पताल में उपचाराधीन था। उसकी स्थिति में सुधार भी हो चुका था, लेकिन वह बीती रात चल बसा। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में एक विदेशी चैनल द्वारा जो दावे किए जा रहे हैं, वह पूरी तरह गलत है। इस चैनल की कोई विश्वसनीयता नहीं है। वह एक एजेंडे के तहत काम कर रहा है।  

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