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Pulwama Terror Attack: पुलवामा आतंकी हमले के आरोपित को नीट परीक्षा देने की अनुमति नहीं

आरोपित के पिता की ओर से दायर आवेदन में कहा गया था कि पुलवामा हमले में गिरफ्तारी से पूर्व उसके बेटे ने नीट का फार्म भरा था। अब परीक्षा के लिए श्रीनगर में उसका केंद्र बना है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 11:32 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 11:32 AM (IST)
Pulwama Terror Attack: पुलवामा आतंकी हमले के आरोपित को नीट परीक्षा देने की अनुमति नहीं
Pulwama Terror Attack: पुलवामा आतंकी हमले के आरोपित को नीट परीक्षा देने की अनुमति नहीं

जेएनएफ, जम्मू : पुलवामा आतंकी हमले के आरोपित वैज-उल-इस्लाम को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट)-2020 में बैठने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया है।आरोपित के पिता ने एनआइए कोर्ट में आवेदन दायर किया था, जिसमें उसने मांग की थी कि उसके बेटे को नीट परीक्षा में हिस्सा लेने की अनुमति दी जाए। कोर्ट ने आरोपित की अर्जी को खारिज करते हुए कहा कि नीट की परीक्षा प्रोफेशनल कोर्सों में दाखिले के लिए आयोजित होती है। अगर आरोपित इस परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाता है तब भी वह हिरासत में रहते हुए पढ़ाई कैसे कर सकता है।

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एनआइए कोर्ट ने कहा कि मान लिया जाए कि आरोपित का परीक्षा में बैठने का आवेदन स्वीकार हो चुका है और श्रीनगर में परीक्षा केंद्र बना है, लेकिन पुलवामा हमले जैसे संगीन मामले के आरोपित को परीक्षा में बैठने की छूट नहीं दी जा सकती। कोर्ट ने कहा कि पुलवामा हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। इस संगठन के आतंकी अभी भी कश्मीर में सक्रिय हैं। ऐसे में आरोपित को श्रीनगर में परीक्षा देने की अनुमति दे दी जाए तो क्या गारंटी है कि आतंकी आरोपित को परीक्षा केंद्र से भगाकर ले जाने का प्रयास नहीं करेंगे। यह भी हो सकता है कि वे आरोपित को जान से ही मार दें। ऐसे में आरोपित और दूसरों की जान को खतरे में नहीं डाला जा सकता।

आरोपित के पिता की ओर से दायर आवेदन में कहा गया था कि पुलवामा हमले में गिरफ्तारी से पूर्व उसके बेटे ने नीट का फार्म भरा था। अब परीक्षा के लिए श्रीनगर में उसका केंद्र बना है। अगर सुरक्षाबलों को लगता है कि श्रीनगर में आरोपित को सुरक्षा घेरे में परीक्षा नहीं दिलाई जा सकती तो परीक्षा केंद्र जम्मू शिफ्ट कर दिया जाए। आवेदन में कहा गया था कि अगर आरोपित यह परीक्षा नहीं दे पाया तो उसका भविष्य खराब हो जाएगा। इस पर एनआइए ने विरोध करते हुए कहा कि आरोपित पुलवामा हमले का आरोपित है, जिसमें चालीस सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे।  


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