JK Bank Scam: जम्मू कश्मीर बैंक के दो पूर्व चेयरमैन समेत 23 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर
ब्यूरो ने अपनी जांच में सुबूत जुटाए हैं जिनमें से पता चला है कि जम्मू कश्मीर बैंक में नियमों की अनदेखी कर चोर दरवाजे से तीन हजार लोगों को नौकरी पर लगाया गया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर (जेके) बैंक के बहुचर्चित नियुक्ति घोटाले के मामले में सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बैंक के दो पूर्व चेयरमैन परवेज अहमद नेंगरू व मुश्ताक अहमद शाह समेत 23 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर दिया है। आरोपितों में जेके बैंक के 12 सेवारत अधिकारियों के अलावा पांच सेवानिवृत्त अफसर और छह लाभान्वित हैं। आरोप पत्र विशेष अदालत भ्रष्टाचार निरोधक में दाखिल किया गया है। मामले की अगली सुनवाई अगले वर्ष 27 जनवरी को होगी।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने अपनी जांच में कई ऐसे सुबूत जुटाए हैं, जिनमें से पता चला है कि बीते कुछ वर्षों के दौरान जम्मू कश्मीर बैंक में नियमों की अनदेखी कर चोर दरवाजे से तीन हजार लोगों को नौकरी पर लगाया गया है। इनमें से कई तो बैंक कर्मियों और वरिष्ठ राजनीतिकों के रिश्तेदार भी हैं। इस मामले में एसीबी पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया और जांच को आगे बढ़ाया गया। इस वर्ष जून माह के दौरान विभिन्न जगहों पर छापेमारी की गई और बैंक में हुए फर्जीवाड़े के संदर्भ में कई दस्तावेज भी मिले।
बता दें कि जम्मू कश्मीर बैंक के तत्कालीन चेयरमैन परवेज अहमद नेंगरू को इस वर्ष नौ जून को भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग की शिकायतों के आधार पर सेवामुक्त करते हुए उनके स्थान पर आरके छिब्बर को चेयरमैन बनाया गया था। एसीबी ने चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट श्रीनगर से वारंट के आधार पर आठ जून को जम्मू कश्मीर बैंक के कारपोरेट मुख्यालय समेत जम्मू और श्रीनगर स्थित बैंक के विभिन्न संस्थानों, बैंक अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
बैंक के मानव संसाधन प्रकोष्ठ, भर्ती कार्यालय व अन्य संबंधित विभागों और जम्मू कश्मीर बैंक चेयरमैन के कार्यालय से बड़ी संख्या में बरामद किए गए दस्तावेजों का गहन अध्ययन किया गया। दस्तावेजों की जांच में पता चला कि वर्ष 2011 से लेकर इसी साल मामला दर्ज किए जाने तक जम्मू कश्मीर बैंक में जो भी चेयरमैन रहा, उन्होंने करीब तीन हजार नियुक्तियां नियमों की अनदेखी कर या फिर चोर दरवाजे से की हैं।
सभी शिकायतों को सही पाया गया :
एसीबी प्रवक्ता ने बताया कि सभी साक्ष्यों के आधार पर और संबंधित लोगों से पूछताछ के आधार पर हुई जांच में सभी शिकायतों को सही पाया गया। सभी आरोपितों के नाम तय करते हुए मामले में आगे की कार्रवाई के लिए प्रशासन को एक प्रस्ताव भेजा गया। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अदालत में कार्रवाई की अनुमति दे दी और उसके बाद ही सोमवार को अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया है।
ये हैं आरोपित सेवारत बैंक अधिकारी :
प्रवक्ता ने बताया कि आरोपपत्र में 23 लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोपितों में 12 सेवारत बैंक अधिकारियों में तत्कालीन उपाध्यक्ष एचआर कारपोरेट मुख्यालय मोहम्मद अयूब वांचू, मोहम्मद असलम गनई और फैयाज अहमद बट, तत्कलाीन एग्जीक्यूटिव एचआर शौकत अहमद बट, मोहम्मद याहिया रफीकी, अरशद हुसैन डार, सईद इरफान लतीफ और परवेज अहमद बाबा, तत्कालीन वरिष्ठ एग्जीक्यूटिव आसिफ इकबाल राजा व शकूर अहमद बट, तत्कालीन जूनियर एग्जीक्यूटिव इमरान मट्टू और तत्कालीन अध्यक्ष एचआर मोहम्मद मकबूल लोन शामिल हैं।
पांच सेवानिवृत्त अफसर भी आरोपित :
प्रवक्ता के अनुसार, पांच अन्य आरोपियों में जम्मू कश्मीर बैंक के दो पूर्व चेयरमैन परवेज अहमद नेंगरू व उनके पूर्ववर्ती मुश्ताक अहमद शाह के अलावा तत्कालीन अध्यक्ष अब्दुल रौउफ बट, वागीश चंद्र और अब्दुल रशीद शिगन हैं। वागीश चंद्र जेके बैंक के कार्यकारी अध्यक्ष एचआर और शिगन कार्यकारी अध्यक्ष पद से रिटायर हुए हैं।