Jammu Municipal Corporation : 80 लाख का खर्च, 40 लाख में कैसे पहुंचा?
जब जम्मू नगर निगम के वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया तो यह खर्च 40 लाख रुपये महीना पहुंच गया। इससे पहले 80 लाख रुपये खर्च होता था। साफ है कि 40 लाख रुपये की घपलेबाजी होती रही।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जब नगर निगम के वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया तो यह खर्च 40 लाख रुपये महीना पहुंच गया। इससे पहले 80 लाख रुपये खर्च होता था। साफ है कि 40 लाख रुपये की घपलेबाजी होती रही। यह पैसा किसने खाया? मेयर सेक्शन संलिप्त थी या फिर ट्रांसपोर्ट सेक्शन और अधिकारियों की मिलीभगत से गोरखधंधा चल रहा था। ऐसे दर्जनों सवाल जनरल हाउस में उठने थे, जिनसे बचने के लिए मेयर ने निगम आयुक्त से मिलकर मीडिया पर ही रोक लगा दी।
यह शब्द कांग्रेस के कॉरपोरेटर गौरव चोपड़ा व निर्दलीय काॅरपोरेटर सुच्चा सिंह ने जनरल हाउस की बैठक के दौरान बाहर आने पर कहे। उन्होंने आरोप लगाए कि मेयर अधिकारियों और घोटालों पर पर्दा डालकर कुछ छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं निगम के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि सीबीआई ने छापा मारा। इस छापे का सच भी मेयर ने सामने नहीं आने दिया। कोविड-19 का बहाना बनाकर मेयर जम्मू शहर की जनता से खिलवाड़ कर रहे हैं। निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। इस पर लगाम लगाने की जरूरत है। नौ महीने बाद हाउस लगाकर तानाशाही दिखा रहे हैं। चुने हुए नुमाइंदों को गुमराह किया जा रहा है। नौ महीने से कोई टेंडर नहीं लगा। वहीं सुच्चा सिंह ने कहा कि मेयर जो दावे करते हैं, वो जमीन पर नहीं। कांग्रेसी व निर्दलियों की अनदेखी हो रही है।
पहली बार बिना मीडिया जनरल हाउस की बैठक
जम्मू नगर निगम बनने के बाद से पहली बार ऐसा हो रहा है कि जनरल हाउस की बैठक में मीडिया और लोगों को आने की अनुमति नहीं दी गई। सुबह से शाम तक चले जनरल हाउस मीडिया से दूरी बनाई रखी गई। किसी को भी कांफ्रेंस हाल में जाने की अनुमति नहीं दी गई। नौ महीने बाद हुई जनरल हाउस की बैठक निर्धारित समय ग्यारह बजे शुरू हुई तो मीडियाकर्मी भी इसे कवर करने के लिए पहुंचे लेकिन गेट पर तैनात किए गए कर्मचारियों को पहले ही मना करने को बोल दिया गया। लिहाजा मीडिया पहुंचा तो जरूर लेकिन कांफ्रेंस हाल में नहीं जाने दिया गया। कुछ कॉरपोरेटर जब जनरल हाउस से बाहर आए तो मीडिया ने उन्हीं से बात की और उनके रोष को जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया। बीच-बीच में कॉरपोरेटर बाहर आकर मीडिया से रूबरू होते रहे। मेयर व निगम आयुक्त के निर्देशों पर कर्मचारियों ने किसी को अंदर जाने नहीं दिया। मेयर ने कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर यह कदम उठाए गए।