जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी जिलों में सितंबर में चलेंगी 36 नई बसें Jammu News
36 सीटर नई बसों में से दो बस गुरेज घाटी में दौड़ाई जाएंगी जबकि 34 अन्य डोडा रामबन और किश्तवाड़ के रूट पर दौड़ेंगी।
जम्मू, विकास अबरोल। जम्मू-कश्मीर के पर्वतीय क्षेत्रों में 15 अगस्त के उपरांत यात्रियों की सुविधा के लिए शुरू होने वाली एसआरटीसी की नई बस सेवा कुछ दिनों के लिए टल गई है। कॉरपोरेशन को अब नई बसें उपलब्ध होने के उपरांत सितंबर में नई बसें दौड़ सकेंगी। स्टेट मोटर गैराज को टाटा मोटर द्वारा निर्मित 36 नई बसों को 25 जुलाई तक उपलब्ध करवाने का आर्डर दिया था। कंपनी ने तयशुदा समय तक बसों का निर्माण तो कर दिया, लेकिन गत महीने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सहित समूचे महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने से समय पर नई बसों की डिलीवरी नहीं हो सकी है।
इसके बाद अब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद बने हालात की वजह से बसों की डिलीवरी अब 20 अगस्त के बाद ही स्टेट मोटर गैराज को मुमकिन है। स्टेट मोटर गैराज के निदेशक जाकिर हुसैन चौधरी ने बताया कि पहाड़ी जिलों के यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्यों तक पहुंचाना पहली प्राथमिकता है। इसी वजह से इन जिलों की सड़कों पर दौडऩे के लिए नई बसों का आर्डर दिया गया। टाटा मोटर के गोवा स्थित प्लांट में 32 सीटर 36 बसों को तैयार कर लिया गया है। कुछ बसें ट्रेलर के माध्यम से गोवा से जम्मू के लिए निकल चुकी हैं। उम्मीद है कि 31 अगस्त तक सभी बसें जम्मू पहुंच जाएंगी। इसे जम्मू-कश्मीर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को सौंप दी जाएंगी।
36 सीटर नई बसों में से दो बस गुरेज घाटी में दौड़ाई जाएंगी जबकि 34 अन्य डोडा, रामबन और किश्तवाड़ के रूट पर दौड़ेंगी। हर वर्ष तीनों पहाड़ी जिलों डोडा, रामबन और किश्तवाड़ में सैकड़ों लोग ओवरलोङ्क्षडग और खस्ताहाल वाहन दौडऩे के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पहली जनवरी 2010 से लेकर 31 दिसंबर 2018 तक जम्मू-कश्मीर में 9050 लोगों ने सड़क हादसों में जान गंवाई।
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