35ए को बचाए रखने के लिए हर कुर्बानी देंगे : राणा
राज्य ब्यूरो, जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस के प्रांतीय प्रधान देवेंद्र ¨सह राणा ने कहा है कि संविधा
राज्य ब्यूरो, जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस के प्रांतीय प्रधान देवेंद्र ¨सह राणा ने कहा है कि संविधान की धारा 35ए राज्य की पहचान है। इसे बरकरार रखने के लिए नेकां के सिपाही हर कुर्बानी देंगे। स्टेट सब्जेक्ट के बिना राज्य में बसे लोगों को वापस भेजने का मुद्दा उठाते हुए राणा ने कहा कि पश्चिम पाकिस्तान के रिफ्यूजी भी राज्य के नागरिक नहीं हैं, वे भारत के नागरिक हैं और केंद्र उनके बारे में सोचे।
शुक्रवार शाम को शेर-ए-कश्मीर भवन में राणा ने कहा कि ऐसी किसी कोशिश का नुकसान कश्मीर, लद्दाख के मुकाबले जम्मू को अधिक होगा। दूरदर्शी महाराजा हरि ¨सह ने राज्यवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह कानून बनाया था। प्रभावी व्यवसायी और अन्य राज्यों के युवा अपने राज्य के युवाओं का हिस्सा न लें, इसे रोकने के लिए नब्बे साल पहले बने कानून को मिटाना हमारी पहचाने को मिटाना है। इसे नुकसान पहुंचाने की एक राजनीतिक पार्टी की कोशिशों को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उनके साथ इस मौके पर राज्य सचिव सुरजीत ¨सह सलाथिया व रतन लाल गुप्ता भी मौजूद थे।
राणा ने जोर दिया कि राज्यपाल एनएन वोहरा बिना स्टेट सब्जेक्ट के यहां बसे लोगों की पहचान करने के लिए फास्ट ट्रैक आयोग का गठन करे। राज्य में नान स्टेट सब्जेक्ट रजिस्टर बनाने की जरूरत है। जम्मू में रोहिंग्याओं के अवैध रूप से बसने पर राणा ने कहा कि उन्हें न तो हमने लाया और न ही हम निकाल सकते हैं। उन्होंने यह मुद्दा जोरशोर से उठा रही भाजपा को घेरते हुए कहा कि राज्य व केंद्र सरकार ने अपने चार वर्षो के कार्यकाल में रो¨हग्याओं को बाहर निकालने के लिए कार्रवाई क्यों नहीं की। उनसे विदेशी नागरिकता अधिनियम के तहत निपटा जाना चाहिए।
भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी राज्य के गौरवपूर्ण इतिहास को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है। इस पार्टी से यह पूछना चाहिए कि वह महाराजा के जन्मदिन पर छुट्टी क्यों नहीं करवा पाई। उन्होंने पार्टी विधायक जावेद राणा के 35ए से छेड़छाड़ की स्थिति में तिरंगे का नामोनिशान न रहने पर राणा ने बोलने से इन्कार कर दिया।
इस मौके पर प्रांतीय प्रधान के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता कमल अरोड़ा, शहनाज गनई, कश्मीरा ¨सह, शेख बशीर, बाबू राम पाल, बिमला लूथरा, बृजमोहन शर्मा, हाजी मोहम्मद हुसैन, चौधरी हारून, गुरदीप ¨सह सासन, सुरेन्द्र ¨सह बंटी, विजय लक्ष्मी दत्ता, अनिल धर व धर्मवीर ¨सह जम्वाल मौजूद थे।