चिनाब दरिया पर 540 मेगावाट की कवार परियोजना का काम 12 मई से कर दिया गया शुरू
अमित कंसल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान एनएचपीसी के जम्मू-कश्मीर के विकास में योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में छह पावर स्टेशनों से 2250 मेगावाट बिजली का उत्पादन एनएचपीसी की ओर से जम्मू कश्मीर में किया जा रहा है।
रियासी, संवाद सहयोगी : एनएचपीसी के स्वतंत्र निदेशक प्रो. अमित कंसल ने कहा कि एनएचपीसी न सिर्फ जल-विद्युत का उत्पादन करती है, बल्कि राष्ट्र के निर्माण में भी अपनी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ जिले में चिनाब दरिया पर 540 मेगावाट की कवार परियोजना का काम 12 मई से शुरू कर दिया गया है। इस परियोजना के पूरी होने बाद प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
शनिवार को रियासी जिले में सलाल पावर स्टेशन बांध परिसर और पावर हाउस परिसर का निरीक्षण करने के बाद एनएचपीसी के निदेशक अमित कंसल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान एनएचपीसी के जम्मू-कश्मीर के विकास में योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में छह पावर स्टेशनों से 2,250 मेगावाट बिजली का उत्पादन एनएचपीसी की ओर से जम्मू कश्मीर में किया जा रहा है। इससे अभी तक 5,801 करोड़ रुपये का वित्तीय लाभ जम्मू कश्मीर को प्राप्त हो चुका है। साथ ही वाटर यूजेज चार्जेज के रूप में अभी तक 8,218 करोड़ रुपये का लाभ भी इस क्षेत्र से प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि देश में ऊर्जा की मांग को देखते हुए ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने एनएचपीसी को 50,000 मेगावाट की कंपनी बनाने का लक्ष्य दिया है। उन्होंने इसके लिए रोडमैप तैयार कर कार्मिकों को अपना 100 प्रतिशत योगदान देने का आह्वान किया। इससे पहले महाप्रबंधक (विद्युत) सुरेश कुमार और अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वतंत्र निदेशक को फूल देकर उनका स्वागत किया।
उसके बाद अमित कंसल ने सलाल पावर स्टेशन बांध परिसर व पावर हाउस परिसर का दौरा किया और सलाल पावर स्टेशन द्वारा किए जा रहे सीएसआर एवं एसडी के कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ज्योतिपुरम कालोनी के परिसर में पौधारोपण किया और पेड़ों का महत्व बताया। इस मौके पर सलाल पावर स्टेशन के महाप्रबंधक (विद्युत) जितेंद्र कुमार, महाप्रबंधक (ईएंडसी) सत्यवान, दिनेश कुमार, सनाका लुहा, विकास गंगल, संजय गोयल, संजीव कुमार व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।