Jammu Kashmir: LeT-JeM बना रहा 15 अगस्त पर हमलों की योजना, खुफिया एजेंसियों को मिले संदेश-हाई अलर्ट जारी
यह खुलासा खुफिया एजेंसियों ने दी है। सुरक्षाबलों एजेंसियों के हाथ कुछ ऐसे वायरलेस संदेश लगे हैं जिसमें लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तानी में बैठे आका जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अपने साथियों को 15 अगस्त को या उससे पहले ऐसे बड़े हमले करने के बारे में बार-बार कह रहे हैं।
जम्मू, जेएनएन। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में बेहतर होते हालात आतंकवादी संगठनों को बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी लाने के लिए पाक परस्त आतंकी संगठन हर दिन योजना बना रहे हैं। 5 अगस्त को बड़े आतंकी हमले की योजना विफल होने के बाद अब 15 अगस्त को दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर को दहलाने की साजिश रची जा रही है। इन हमलों की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मोहम्मद को सौंपी गई है।
यह खुलासा खुफिया एजेंसियों ने दी है। सुरक्षाबलों एजेंसियों के हाथ कुछ ऐसे वायरलेस संदेश लगे हैं जिसमें लश्कर-ए-तैयबा व जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तानी में बैठे आका जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अपने साथियों को 15 अगस्त को या उससे पहले ऐसे बड़े हमले करने के बारे में बार-बार कह रहे हैं।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इन हमलों को अंजाम देने के लिए ये आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में भारी मात्रा में हथियारों के साथ आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की योजना भी बना रहे हैं। भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में पाकिस्तानी सेना व आइएसआइ उनका पूरा साथ देगी।
इन संदेशों के मिलते ही सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट कर दिया है। उन्होंने बताया है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने सैन्य शिविरों, अग्रिम चौकियों को निशाना बनाने के लिए विस्तृत योजना बनाई है। इन हमलों को अंजाम देने के लिए वे देश में हथियार और गोला-बारूद भेज रहे हैं।
आपको बता दें कि पिछले दो महीनों के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को इस तरह के कई आतंकी संदेश मिले हैं, जिसके बाद से वे लगातार रक्षा मंत्रालय सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहने के लिए कह चुके हैं। अब तो खुफिया इनपुट मिले हैं उनमें यह कहा गया है कि हथियारों और गोला-बारूद से लेस आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराई जा सकती है।
सैन्य शिविरों, अग्रिम चौकियों, सुरक्षाबलों सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाने पर रखा गया है। यह भी चेतावनी दी है कि इन हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकी आइईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं।