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कश्मीर की चेरी ने पहली बार भरी दुबई की सीधी उड़ान, किसानों ने कहा- सपने के सच होने जैसा

Kashmir Cherry In Dubai कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव नवीन कुमार चौधरी ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए एक यादगार दिन है। विदेश में कश्मीर के फलों का सीधा निर्यात सिर्फ चेरी तक सीमित नहीं रहेगाअन्य फलों का भी निर्यात होगा।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 09:55 AM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 01:37 PM (IST)
कश्मीर की चेरी ने पहली बार भरी दुबई की सीधी उड़ान, किसानों ने कहा- सपने के सच होने जैसा
जम्मू कश्मीर के अन्य उत्पादों को भी विदेशी मंडियों में पहुंचाने में पूरा सहयोग करें।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में संवैधानिक व्यवस्था में बदलाव के बाद कश्मीर की मिश्री चेरी भी आजादी का दम भरते हुए पहली बार श्रीनगर से दुबई के लिए रवाना हुई। आजादी के बाद यह पहला अवसर है, जब चेरी का कश्मीर से सीधे विदेश में किसी जगह निर्यात हुआ है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव नवीन कुमार चौधरी ने और कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) के चेयरमैन ने डा. एम अंगमुथु ने वर्चुअल मोड पर निर्यात के लिए चेरी की पहली खेत को झंडी दिखाई।

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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि चेरी जल्द ही खराब हो जाती है। इसका अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात, श्रीनगर से दुबई निर्यात एक सपने के सच होने जैसा है। यह सिर्फ एपीईडीए के सहयोग से ही संभव हो पाया है। उसने ही देसाई एग्री फूड कंपनी जो इनोटेरा दुबई की भागीदार कंपनी है, को इसके लिए तैयार किया है। यह चेरी एपीईडीए द्वारा पंजीकृत निर्यातकों के जरिए निर्यात हुई है। इसमेें कश्मीर के ब्रांड का भी पूरा ध्यान रखा है। निर्यात की गई इस चेरी को स्थानीय निर्यातकों ने शेरे कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, एपीईडीए के विशेषज्ञों की मदद से ही पेड़ों से उतार और साफ करने के बाद डिब्बों में बंद किया गया है।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव नवीन कुमार चौधरी ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए एक यादगार दिन है। विदेश में कश्मीर के फलों का सीधा निर्यात सिर्फ चेरी तक सीमित नहीं रहेगा,अन्य फलों का भी निर्यात होगा। उन्होंने बताया कि इससे न सिर्फ कश्मीर में पैदा होने वाले फलों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ेगी बल्कि स्थानीय किसानों को भी उनकी मेहनत का पर्याप्त मुआवजा मिलेगा। कश्मीर में बागवानी गति पकड़ेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार स्थानीय बागवानी और कृषि को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हाल ही में बागवानी विभाग ने गो एयरलाइंस के साथ एक एमओयू तय किया है। यह एयरलाइंस जम्मू कश्मीर में पैदा होने वाले ताजा फलों को जो जल्दी खराब होते हैं, को समय रहते देश विदेश की मंडियों में पहुंचाने के लिए सस्ती दरों पर अपनी सेवा उपलब्ध कराएगी।

एपीईडीए के चेयरमैन डा. एम अंगमुथु ने चेरी के निर्यात को समय पर सुनिश्चित बनाने में सहयोग के लिए जम्मू कश्मीर सरकार का आभार जताते हुए कहा कि वह जम्मू कश्मीर के अन्य उत्पादों को भी विदेशी मंडियों में पहुंचाने में पूरा सहयोग करें।

मिश्री किस्म सबसे मीठी: उल्लेखनीय है कि कश्मीर में पैदा होने वाली चेरी मेें मिश्री किस्म की चेरी को सबसे बेहतर और मीठा माना जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद बताई जाती है। इसमें विटामिन, खनिज प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। 


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