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Kashmir Tourism: 15 लाख फूलों के साथ अगले माह खुलेगा ट्यूलिप गार्डन, हॉलैंड के कोकनहाफ बाग जैसा सजाया जा रहा

Kashmir Tulip Garden इंडिया प्राइड टूर एंड टै्रवल्स के मालिक रमन शर्मा ने बताया कि 15 साल पहले तक हमारे पास मार्च-अप्रैल माह के लिए पर्यटकों का कोई पैकेज टूर नहीं होता था। ट्यूलिप गार्डन ने स्थिति बदल दी है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 09:18 AM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 11:02 AM (IST)
दूसरे हफ्ते में भी ट्यूलिप के 90 फीसद फूल खिले रहेंगे।

श्रीनगर, नवीन नवाज: एक तरफ बर्फ से ढकी चोटियां होंगी तो दूसरी तरफ डल झील का किनारा और बीच में रंगबिरंगे ट्यूलिप की क्यारियां। कश्मीर में यह दिलकश नजारा मार्च में देखने को मिलेगा। अनुच्छेद 370, आतंकवाद और कोविड-19 की काली छाया से मुक्ति का ऐलान करते हुए एशिया का सबसे बड़ा इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन अपने दामन में 15 लाख फूलों के साथ सैलानियों का स्वागत करेगा। बाग खुलने पर जश्न-ए-बहार का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा।

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इस बार बाग को हॉलैंड के कोकनहाफ बाग की तरह सजाया जा रहा है। फ्लोरीकल्चर विभाग के निदेशक फारूक अहमद राथर ने बताया कि यह बाग दो साल बाद खुलेगा। आप यकीन रखिए, रंग बिरेंगे ट्यूलिप हर शख्स का मोह लेंगे। जो बाग में आएगा, वह यहां के माहौल से सरोबार होकर ही निकलेगा और कहेगा कि अगर बहार कहीं है तो बस यहीं पर है।

श्रीनगर जिले के फ्लोरीकल्चर अधिकारी शायक रसूल ने कहा कि 15 लाख ट्यूलिप इस बार खिलेंगे। मार्च के दूसरे सप्ताह के दौरान यह बाग खुलेगा, लेकिन अभी तिथि तय नहीं है। प्रशासन के साथ इस बारे में चर्चा की है। एक प्रस्ताव भी भेजा है। इस पर जल्द बैठक होगी। जिस दिन बाग खुलेगा उस दिन यहां ट्यूलिप फेस्टिवल होगा। इस साल अप्रैल के तीसरे सप्ताह तक यह खुला रह सकता है।

अगर मौसम सही रहा तो अप्रैल के दूसरे हफ्ते में भी ट्यूलिप के 90 फीसद फूल खिले रहेंगे। ट्यूलिप के लिए गर्मी का विपरीत असर पड़ता है।

मुस्कुराकर स्वागत करेंगे हर रंग के फूल: डल के किनारे चश्माशाही के पास सिराजबाग में बने बाग में 2019 के बाद पहली बार जब पर्यटक दाखिल होंगे तो शायद ही दुनिया में ट्यूलिप की कोई ऐसी प्रजाति होगी जिसके फूल मुस्कराकर उनका स्वागत न कर रहे हों। हर रंग के फूल होंगे। सिर्फ ट्यूलिप ही नहीं, गुलाब के फूल भी होंगे। चेरी और खुबानी के पेड़ों पर खिले फूल भी उन्हेंं वादी में बहार का यकीन दिलाएंगे। मार्च-अप्रैल 2019 में 13 लाख ट्यूलिप इस बाग में खिले थे।

62 प्रजाति के ट्यूलिप खिलेंगे: इस बार करीब 62 प्रजातियों के ट्यूलिप होंगे। बीते साल 54 प्रजातियों के फूल उगाए थे। और आकर्षक बनाने के लिए कुछ नए प्रयोग किए हैं। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, कश्मीरी फूड फेस्टिवल भी होगा। एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 2007 में पहली बार खोला गया था। इसे इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन कहा जाता है। 90 एकड़ से अधिक भूमि पर फैले इस बाग में हर रंग का ट्यूलिप खिलता है। यह मार्च-अप्रैल में पर्यटकों को आकॢषत करने का सबसे बड़ा जरिया है। वर्ष 2011 में लगभग 70 हजार पर्यटकों ने इसकी सैर की थी।

बस, खुलने का इंतजार: इंडिया प्राइड टूर एंड टै्रवल्स के मालिक रमन शर्मा ने बताया कि 15 साल पहले तक हमारे पास मार्च-अप्रैल माह के लिए पर्यटकों का कोई पैकेज टूर नहीं होता था। ट्यूलिप गार्डन ने स्थिति बदल दी है। चार साल पहले तो मुझे मुंबई में फिल्म निर्माण से जुड़ीं दो कंपनियों के लिए ट्यूलिप गार्डन का टूर पैकेज बनाना पड़ा था। बाग में कुछ गाने फिल्माए गए थे। एक सीरियल के कुछ हिस्से भी फिल्माए गए। अब इसके फिर खुलने का इंतजार है। 


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