Terror Funding : PDP यूथ विंग के नेता Waheed Parra टेरर फंडिंग में गिरफ्तार, NIA ने लिया Action
राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पीडीपी के यूथ विंग के अध्यक्ष वाहिद पारा को एक आतंकी मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।वाहिद पारा ने हाल ही में दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा से जिला विकास परिषद डीडीसी चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था।
जम्मू, जेएनएन । राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पीडीपी के यूथ विंग के अध्यक्ष वाहिद पारा को टेरर फंडिंग मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।वाहिद पारा ने हाल ही में दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा से जिला विकास परिषद डीडीसी चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। गत सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के नई दिल्ली मुख्यालय में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी संगठन के साथ कथित संबंध के लिए पूछताछ की जा रही थी। वाहिद उर रहमान पारा जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल के सचिव पद पर भी रह चुके हैं।
एनआइए के मुताबिक पारा से एनआइए की टीम ने बुधवार दिनभर दिल्ली स्थित कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।बीते 12 जनवरी को डीएसपी देवेंद्र सिंह और हिज्बुल मुजाहिद्दीन कमांडर नवीद बाबू के अलावा वकील को पुलिस ने टेरर फंडिंग मामले में एक कार में गिरफ्तार किया था। जब यह सभी श्रीनगर से जम्मू जा रहे थे। देवेंद्र सिंह को 19 जून को जमानत मिल गई थी, जबकि एनआइए का कहना है कि सिंह से दूसरे मामले में पूछताछ जारी है। हालांकि इस मामले में वाहिद उर रहमान ने इस मामले के बारे में अपनी अनभिज्ञता व्यक्त की । यहां यह बताना जरूरी है कि पीडीपी यूथ विंग के नेता वाहिद उर रहमान पारा का नाम निलंबित पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र सिंह मामले की जांच के दौरान सामने आया।वाहिद उर रहमान के काफिले पर 14 अगस्त 2018 को बड़गाम में देर रात अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला कर दिया था। उनकी गाड़ी बुलेट प्रूफ होने के कारण वह इस हमले में बाल-बाल बच गए थे।
वाहिद के कार्यकाल के दौरान ही जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल ने 24 अगस्त 2016 में विभिन्न खेलों के कोच के रिक्त पड़े 48 पदों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। उस समय केवल 17 योग्य कोच ही आवेदन कर वाए थे। भर्ती प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के इंटरव्यू भी हुए लेकिन काफी समय तक इसका कोई भी परिणाम नहीं निकला। इस दौरान पता चला कि काउंसिल ने कोर्च के भर्ती संबंधी फाइल भी गुम कर दी है। इस मामले में भी आंशका जताई गई कि वाहिद पारा ने सचिव पद छोड़ने के उपरांत ही फाइलें अपने साथ ले गए। हालांकि इसके उपरांत इंटरव्यू के अंक वाला रिकार्ड गुम होने के संबंध में क्राइम ब्रांच में एफआइआर दर्ज करवाई गई लेकिन आज तक इस संबंध में कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई।
महबूबा का दावा, पारा का देविंदर सिंह से कोई संबंध नहीं
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने दावा किया है कि वहीद पारा का देविंदर सिंह से कोई संबंध नहीं था और उस पर लगाए आरोप झूठे हैं। मैं स्वयं वहीद की ईमानदारी, निष्ठा और चरित्र की गारंटी लेती हूं। न्यायपालिका से उम्मीद है कि वह न्याय करेगी और पारा को जल्द रिहा किया जाएगा।