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दस नकाबपोश लुटेरों ने घर में घुसकर रॉड से परिवार को अधमरा कर की लूटपाट

जागरण न्यूज नेटवर्क बिश्नाह/जम्मू शहर के बाहरी क्षेत्र बड़ी ब्राह्मणा-बिश्नाह मार्ग पर स्थित पल्ली

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 08:10 AM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 08:10 AM (IST)
दस नकाबपोश लुटेरों ने घर में घुसकर रॉड से परिवार को अधमरा कर की लूटपाट

जागरण न्यूज नेटवर्क, बिश्नाह/जम्मू : शहर के बाहरी क्षेत्र बड़ी ब्राह्मणा-बिश्नाह मार्ग पर स्थित पल्ली मोड़ इलाके में बुधवार रात एक सनसनीखेज वारदात ने सभी को हिला कर रख दिया। अंधेरे में आए आठ से दस नकाबपोश लुटेरों ने एक मकान में घुसकर दंपती और उनके बेटे पर लाठी व लोहे की छड़ों से हमला कर उन्हें अधमरा कर दिया। इतने से भी जब उनका मन नहीं भरा तो लुटेरों से घर की बहू व बच्चों के साथ भी मारपीट की। डरा-सहमा परिवार जान की भीख मांगता रहा, लेकिन लुटेरों को रहम नहीं आया। बाद में लुटेरे घर में पड़े रुपये और जेवर लेकर फरार हो गए। लुटेरों ने महिलाओं के गले की चेन व कानों के झुमके तक नहीं छोड़े। बाद में वारदात का पता लगने पर घायलों को जीएमसी में भर्ती करवाया गया। वारदात के बाद पूरे इलाके में दहशत है।

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पल्ली मोड़ के इस इलाके में करीब 20 मकान हैं। यहां रहने वाले एमईएस (मिलिटरी इंजीनियंिरग सर्विस) से सेवानिवृत्त ओम प्रकाश के मकान में बुधवार रात करीब एक बजे 8-10 लुटेरे घुसे। वारदात के समय ओम प्रकाश व उनकी पत्नी तारावती एक कमरे में थे। उनका छोटा बेटा अश्विनी दूसरे कमरे में पत्नी व बच्चों के साथ था। अश्रि्वनी एक निजी कंपनी में काम करता है। ओम प्रकाश का एक बेटा रवि कुमार भी एमईएस में ही कार्यरत है और मौजूदा समय में वह परिवार के साथ ऊधमपुर में रह रहा है।

जीएमसी में उपचाराधीन ओम प्रकाश ने बताया कि रोज की तरह उन्होंने बुधवार रात को भी अपने गेट को अंदर से ताला लगाया था। रात को कुछ लुटेरे दीवार फांदकर अंदर आए और उन्होंने किसी भारी पत्थर से पहले गेट के ताले को तोड़ा। गेट खुलने के बाद बाहर खड़े अन्य लुटेरे भी अंदर आ गए। ताला टूटने की आवाज सुनकर वे जाग गए। जैसे ही वह कमरे से बाहर निकले तो लुटेरे अंदर घुस आए।

ओमप्रकाश की घायल पत्नी तारावती ने बताया कि लुटेरों ने सभी कमरों को बाहर से बंद कर दिया था। सबसे पहले वे उनके कमरे में आए। अंदर आते ही उन्होंने सबसे पहले तारावती के सिर पर डंडे से वार कर घायल कर दिया। इसके बाद लुटेरों ने तारावती के सामने उसके पति को पीटना शुरू कर दिया। दोनों को पीटने के बाद लुटेरों ने तारावती के बेटे व बहू के कमरे का दरवाजा खोला। उन्होंने बेटे अश्विनी को बाहर निकाल कर उसे बुरी तरह से तब तक पीटा जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। इस दौरान लुटेरों ने अश्विनी की पत्नी के साथ भी मारपीट की और उसके गहने उतरवा लिए। इतने में भी जब उनका मन नहीं भरा तो वे बच्चों को पीटने लगे। बच्चों की पिटाई को देख परिजनों का धैर्य टूट गया। तारावती ने बताया कि हमने लुटेरों से बच्चों को बख्शने की मांग की और उन्हें घर में पड़े सामान को ले जाने को कहा। इसके बाद लुटेरे उनके घर में पड़ी नकदी व जेवरात अलमारी से निकाल कर ले गए। लुटेरों ने तारावती और उसकी बहू के कान के झुमके, कड़े भी उतरवा लिए। लुटेरों के जाने के बाद भी वे काफी देर तक चुप रहे। उन्हें डर था कि कहीं लुटेरे फिर से आकर उन्हें जान से न मार दें। लुटेरों ने पड़ोसियों के गेट बाहर से कपड़ा बांधकर कर कर दिए थे बंद :

लुटेरों ने पूरी वारदात को इतने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया कि पड़ोस में भी किसी को भनक तक नहीं लगी। लुटेरों ने वारदात से पहले आसपास के मकानों के गेट को बाहर से कपड़े से बांध दिया था, ताकि कोई मदद के लिए न पहुंच पाए। लुटेरों ने सिर्फ पड़ोसियों के घरों के गेटों को ही कपड़ों से नहीं बांधा था। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी जागे :

लुटेरों के जाने के बाद परिजनों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी जागे। पड़ोसी मदद के लिए अपने-अपने घरो से बाहर निकलने लगे तो देखा कि गेट बाहर से बंद है। सभी के गेट को कपड़ों से बांध दिया गया था। किसी तरह से दीवार को फांद पड़ोसी ओम प्रकाश के घर पहुंचे। पड़ोसियों ने घायल परिजनों को जीएमसी अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही बिश्नाह पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुला कर साक्ष्य जुटाए। वहीं, मोहल्ला निवासी वकील सिंह ने बताया कि रात का मंजर इतना खौफनाक था कि अगर परिजन विरोध जताते तो लुटेरे पूरे परिवार का कत्ल कर देते। रहम की भीख मांगते रहे ओमप्रकाश :

पल्ली मोड़ में मकान के अंदर घुसे लुटेरों ने बच्चों पर भी हमला शुरू कर दिया। लुटेरे जब अश्विनी के बच्चे को पीटने लगे तो मां से देखा नहीं गया और वह बच्चे को बचाने के लिए उसके ऊपर लेट गई। ओम प्रकाश ने लुटेरों से रहम करने की भीख मांगते हुए कहा कि मकान से जो भी रुपये, जेवर लेना है ले लो लेकिन बच्चों पर हाथ मत लगाओ। इसके बाद लुटेरे रुपये और जेवर लेकर भाग निकले। लूटपाट की इस वारदात के बाद परिवार बेहद सदमे में है। जीएमसी में अश्विनी कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है। उसकी टांगों व बाजुओं में फ्रेक्चर है जिसका उपचार किया जा रहा है। वारदात से पहले लुटेरों ने की रैकी :

पुलिस का कहना है कि लुटेरों ने इलाके की पूरी रैकी की है। उन्होंने पूरी योजना के साथ लूट को अंजाम दिया है। लुटेरों की तलाश की जा रही है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लुटेरों का गिरोह स्थानीय है या बाहरी। वारदात के बाद क्षेत्र की नाकाबंदी कर पुलिस दिन भर लुटेरों की धरपकड़ के लिए प्रयास करती रही। इस संबंध में संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। जल्दी ही आरोपित पुलिस की गिरफ्तार में होंगे।

-सौरभ पाराशर, एसडीपीए, आरएसपुरा


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