यात्रा पंजीकरण काउंटर का चक्कर लगाने को विवश हैं साधु
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जागरण संवाददाता, जम्मू : बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू पहुंचे साधु पंजीकरण नहीं हो पाने से परेशान हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में रह रहे इन साधुओं को पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर पंजीकरण काउंटर की प्रतिदिन दौड़ लगानी पड़ रही है, मगर वे जब पहुंचते हैं तो लंबी लाइन पहले ही लगी होती है। ऐसे में गीता भवन व आसपास रह रहे साधुओं को रोज ही निराश होकर लौटना पड़ रहा है। गीता भवन में ठहरे इन साधुओं से दैनिक जागरण ने बात की और उनकी परेशानियों को सुना।
सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से आए स्वामी शिवानंद सरस्वती ने बताया कि पहली जुलाई को वह जम्मू पहुंचे और रोज ही गीता मंदिर से राम मंदिर पंजीकरण के लिए पहुंचते हैं, मगर उन्हें बिना पंजीकरण कराए ही निराश हो लौटना पड़ता है। पंजीकरण के लिए हर समय साधुओं की जबरदस्त लाइन लगी रहती है, जिससेनंबर ही नहीं आ पाता। प्रशासन को कोई विकल्प निकालना चाहिए।
असम के तीन सुखिया से आए बाबा भोला भगत का कहना है कि 28 जून को जम्मू पहुंचे और रोज पंजीकरण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक दिन तो राम मंदिर में भी ठहर कर आए, मगर पंजीकरण नहीं करा पाए। पता नहीं कब पंजीकरण होगा और कब बाबा अमरनाथ जी की यात्रा पर वह निकल सकेंगे।
उड़ीसा के राउर केला से आए समर कोहले ने कहा कि राम मंदिर में साधुओं के लिए सिर्फ एक ही पंजीकरण काउंटर है। दो-तीन काउंटर होने चाहिए। गीता मंदिर में ठहरे साधुओं के अलग से फार्म जमा कर लिए जाने चाहिए। इससे बाकी साधुओं के लिए आसानी होगी। उन्होंने कहा कि पहले भी वह बाबा अमरनाथ यात्रा पर आते रहे हैं। तब आसानी से पंजीकरण होता रहा है, मगर इस बार परेशानी हो रही है।
आंध्र प्रदेश से आए रंगनाथ का कहना है कि राम मंदिर में हर पल भीड़ बनी हुई है और धक्का-मुक्की का दौर है। पंजीकरण के लिए आसान व्यवस्था की जाए। सुबह छह बजे भी पंजीकरण केंद्र पर पहुंचकर देखा, मगर कतार पहले से ही बनी होती है।
उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी से आए साधु नारायण गिरि ने कहा कि साधुओं के लिए एक अलग से सहायता केंद्र स्थापित हो, जहां इन साधुओं की सुनवाई हो। पंजीकरण फार्म सबको मिलने चाहिए, जोकि भरकर वापस लिए जाने चाहिए। मगर यहां तो फार्म तक हासिल करना कठिन हो रहा है। राज्य प्रशासन से मांग है कि साधुओं की राहें आसान बनाई जाएं।