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लोकतंत्र के महायज्ञ में लद्दाख ने डाली आहुति

दुनिया में बर्फीले रेगिस्तान के नाम से मशहूर लद्दाख के लोगों ने लोकतंत्र के महायज्ञ में जमकर मतदान किया। सुबह ठंडी हवा के कारण मतदान प्रक्रिया धीमी रही लेकिन जैसे ही धूप खिली मतदान केंद्रों में वोट डालने वालों की कतारें लगना शुरू हो गई। लेह और कारगिल जिलों में महिलाएं युवा और वृद्धों में भरपूर जोश दिखा और मतदान के लिए घरों से बाहर निकले। जागरण संवाददाता लेह दुनिया में बर्फीले रेगिस्तान के नाम से मशहूर लद्दाख के लोगों ने लोकतं

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 08:22 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2019 08:22 AM (IST)
लोकतंत्र के महायज्ञ में लद्दाख ने डाली आहुति
लोकतंत्र के महायज्ञ में लद्दाख ने डाली आहुति

जागरण संवाददाता, लेह : दुनिया में बर्फीले रेगिस्तान के नाम से मशहूर लद्दाख के लोगों ने लोकतंत्र के महायज्ञ में जमकर मतदान किया। सुबह ठंडी हवा के कारण मतदान प्रक्रिया धीमी रही लेकिन जैसे ही धूप खिली, मतदान केंद्रों में वोट डालने वालों की कतारें लगना शुरू हो गई। लेह और कारगिल जिलों में महिलाएं, युवा और वृद्धों में भरपूर जोश दिखा और मतदान के लिए घरों से बाहर निकले। इस जोश के बावजूद न कोई शोर शराबा और न हंगामा, लोग शाति से अपना दायित्व निभाते रहे। लद्दाख में कुल 63.70 फीसद मतदाताओं ने वोट डाले।

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ग्रामीण क्षेत्रों में शहर के मुकाबले अधिक जोश दिखा। मतदाताओं का यह अनुशासन खास संदेश देता है। कतार में खड़े मतदाता शाति से अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। मतदान के लिए जोश ऐसा था कि बुजुर्ग कई-कई किलोमीटर चलकर मतदान के लिए पहुंचे।

इसके साथ ही लोकसभा क्षेत्र के चार प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। यहा पर भाजपा से जामियांग सीरिंग नाम्गयाल, काग्रेस से रिगजिन स्पालबार और दो निर्दलीय प्रत्याशी असगर करबलई और सज्जाद कारगिली मैदान में थे। करबलई काग्रेस के बागी हैं और सज्जाद को नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी समेत कारगिल के इस्लामिया स्कूल ने समर्थन दिया था।

सुबह शीत लहर के कारण कम ही लोग घर से निकले। मौसम में ठंडक के कारण मतदान की गति धीमी रही और मतदान केंद्रों पर इक्का-दुक्का लोग ही वोट डालने पहुंचे। जैसे-जैसे धूप खिलती गई, मतदाताओं का जोश भी बढ़ता गया। सुबह नौ बजे तक लद्दाख सीट पर महज चार फीसद लोगों ने ही मतदान किया था। दस बजे के बाद मतदान गति पकड़ने लगा और मतदान केंद्रों पर कतारें दिखने लगीं। सुबह 11 बजे तक मतदान प्रतिशत 21 फीसद को पार कर चुका था। उसके बाद कारगिल और जंस्कार क्षेत्र में मतदान ने तेजी पकड़ी और दोनों जिलों में कुल मिलाकर 40 फीसद को पार कर गया। कारगिल जिले में मतदान 50 फीसद को पार कर गया। लेह में मतदान की गति दोपहर में ही गति पकड़ने लगी। दोपहर बाद तीन बजे तक मतदान करीब 55 फीसद तक पहुंच गया। शाम पाच बजते-बजते यह 61 फीसद को पार कर गया।

कारगिल ने लेह को पीछे छोड़ा

खास बात यह रही कि इन चुनावों में कारगिल जिले ने मतदान प्रतिशत में लेह जिले को काफी पीछे छोड़ दिया। कारगिल जिले में 73 फीसद से अधिक मतदाताओं ने वोट डाले। कारगिल विधानसभा में 72.11 वोट पड़े। जंस्कार विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 77.04 फीसद मतदान हुआ। लेह जिले में अपेक्षा से कम 54.06 फीसद मतदान हुआ। लेह विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 52.69 मतदान हुआ और नुबरा विधानसभा क्षेत्र में 61.1 फीसद ही वोट पड़े। ऐसे में लेह का कम मतदान प्रतिशत चुनाव के परिणाम को भी प्रभावित कर सकता है।

प्रशासन ने की थी तैयारी

प्रशासन ने भी चुनाव के लिए पूरी तैयारी की थी और हर बूथ पर पर्याप्त व्यवस्था थी। लद्दाख के दोनों जिलों लेह व कारगिल में कुल 559 बूथ बनाए गए थे। इनमें से 294 बूथ लेह व शेष 265 बूथ कारगिल जिले में बनाए गए थे। अति दुर्गम क्षेत्र होने के कारण कुछ टीमों को दो दिन पहले ही हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया था। लेह के 49 मतदान केंद्रों पर केवल महिला स्टाफ ही था। कारगिल में बनाए गए थे 13 मॉडल पोलिंग स्टेशन

कारगिल के जिला निर्वाचन अधिकारी बशीर उल हक ने बताया कि मतदान शातिपूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने कई मतदान केंद्रों का जायजा लिया। 13 मॉडल पोलिंग स्टेशन कारगिल जिले में बनाए गए थे। इन मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं रखी गईं थी। इनमें है मुकाबला

भाजपा : जामियांग सीरिंग नाम्गयाल लेह पर्वतीय विकास परिषद के अध्यक्ष हैं।

काग्रेस : रिगजिन स्पालबार, लेह पर्वतीय विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष हैं।

निर्दलीय : असगर अली करबलई - काग्रेस के बागी हैं और निर्दलीय मैदान में उतरे हैं।

सज्जाद कारगिली - एनसी और पीडीपी के अलावा कारगिल के इस्लामिया रूकूल का समर्थन है। देश का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र है लद्दाख

लद्दाख क्षेत्रफल के अनुसार देश का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र है पर अधिकतर क्षेत्र दुर्गम पहाड़ी होने के कारण आबादी काफी कम है। यही वजह है कि लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या कम है। लद्दाख सीट का कुल क्षेत्रफल 59146 वर्ग किलोमीटर है। यह क्षेत्र एक ओर नियंत्रण रेखा से गुलाम कश्मीर से सटा है और दूसरी ओर एलएसी के माध्यम से चीन से। अकसाई चीन पर चीनी कब्जे को लेकर विवाद है। लोकसभा क्षेत्र लेह व कारगिल जिलों में फैला है। इस लोकसभा क्षेत्र में चार विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं कारगिल, जंस्कार लेह और नुबरा। यूं रहा मतदान प्रतिशत

सुबह 9 बजे तक-----4.17 फीसद

सुबह 11 बजे तक---21.01 फीसद

दोपहर 1 बजे तक - 40.30 फीसद

दोपहर 3 बजे तक -54.98 फीसद

शाम 5 बजे तक -61.20 फीसद

शाम 6 बजे तक - 63.70 फीसद

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