जम्मू-कश्मीर की सड़कों पर दौड़ेंगी 150 और इलेक्ट्रिक बसें
देश को प्रदूषण मुक्त बनाने और शहरी सार्वजनिक परिवहन को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण में जम्मू-कश्मीर को 150 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी।
जम्मू, विकास अबरोल। देश को प्रदूषण मुक्त बनाने और शहरी सार्वजनिक परिवहन को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण में जम्मू-कश्मीर को 150 इलेक्ट्रिक बसें दिए जाने का ऐलान किया है। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि जम्मू-कश्मीर को 150 इलेक्ट्रिक बसें कब तक मिलेंगी, लेकिन इतना तय है कि आने वाले समय में बसों के माध्यम से सफर करने वाले यात्रियों को शोरगुल और प्रदूषण से मुक्त यात्र करने का आनंद मिलेगा।
भारत सरकार की फेम-2 (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाईब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) योजना के तहत जम्मू-कश्मीर सहित देश के 64 शहरों के लिए 5595 इलेक्ट्रिक बसों की मंजूरी मिली है। भारत सरकार के भारी उद्योग विभाग ने 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों, स्मार्ट सिटी, केंद्र शासित प्रदेशों और स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन से फेम योजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों के लिए आवेदन मांगे थे। सरकार द्वारा इस योजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों की खरीदारी के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है। इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर दौड़ाने से कार्बन उत्सर्जन को भी कम किया जा सकेगा।
राज्य पथ परिवहन निगम (एसआरटीसी) के महाप्रबंधक बिलाल भट्ट का कहना है कि फेम-2 के तहत कश्मीर को 100 और जम्मू को 50 इलेक्ट्रिक बसें कब मिलेंगी, यह कहना अभी मुश्किल है। इस प्रक्रिया में समय लगता है। केंद्र सरकार की फेम-१ योजना के लिए एसआरटीसी ने दो वर्ष पहले आवेदन किया था और इस वर्ष कॉरपोरेशन को जम्मू और श्रीनगर शहर के लिए 20-20 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध हुई हैं। फिलहाल कॉरपोरेशन के पास इलेक्ट्रिक बस खरीदने के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं है। अगर सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक बसों की खरीदारी के लिए कोई विशेष धनराशि जारी की जाती है तो तभी इन बसों की खरीद संभव है।
फिलहाल जम्मू और कश्मीर में शांति स्थापित होने के बाद प्रत्येक जिलों में इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिग के लिए चार्जिग प्वाइंट लगाने की योजना है, ताकि भविष्य में इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिग संबंधी कोई परेशानी न आए।
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