Positive India: कोरोना को नमस्ते करने की छिड़ी जंग, उत्तरी कमान की 15 कोर प्रशासन की कर रही मदद
सेना की मेडिकल टीमें प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग दे रही हैं। इनमें दूरदराज इलाकों तक सामान पहुंचाना भी शामिल है।
जम्मू, विवेक सिंह। जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना इस समय अवाम के लिए दोहरी जंग लड़ रही है। एक आतंकवाद से तो दूसरी कोरोना रूपी आतंक से। राज्य में जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रमों के साथ मास्क और राहत सामग्री जरूरतमंदों तक पहुंचाई जा रही है। आपात स्थिति में गंभीर बीमार लोगों का इलाज तक किया जा रहा है। सेना का ऑपरेशन ‘नमस्ते’ उत्तरी कमान के मुख्यालय ऊधमपुर से संचालित हो रहा है।
15 कोर कश्मीर में कोरोना के खिलाफ मुहिम में प्रशासन को सहयोग दे रही है। जबकि 16 कोर जम्मू में और 14 कोर लद्दाख में किसी चुनौती सामना करने के लिए तैयार हैं। कश्मीर में कोरोना की आड़ में सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिश रची जा रही है। दोधारी रणनीति के तहत सेना लोगों को जागरूक कर संक्रमण से बचा रही है तो दूसरी ओर लॉकडाउन से प्रभावितों की मदद कर रही है। सेना ने बुधवार को जम्मू के अखनूर व बिश्नाह में श्रमिकों को राहत दी। सेना के जवानों ने श्रमिकों के परिवारों में राशन, तेल, मास्क, साबुन व जरूरी सामान वितरित किया। उन्हें सामाजिक दूरी बना संक्रमण से बचने के बारे में जागरूक भी किया। कोरोना की चुनौती अगर और विकराल रूप धारण करती है तो इससे कैसे निपटना है, यह तैयारी ऊधमपुर के कमान अस्पताल में हो चुकी है। कमान अस्पताल में प्रशासन को हर मदद देने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार है। प्रशासन की आग्रह पर इस समय कमान अस्पताल में कोरोना के सैंपलों की जांच भी की जा रही है।
सेना की मेडिकल टीमें प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग दे रही हैं। इनमें दूरदराज इलाकों तक सामान पहुंचाना भी शामिल है।
जवानों को संक्रमण से बचाना है: सेना की उत्तरी कमान के सामने बड़ी चुनौती उन सैनिकों को संक्रमण से बचाना है जो जान हथेली पर लेकर दुश्मन से लड़ रहे हैं। आतंकवाद से लड़ रहे सेना के जवान कोरोना से बचाव संबंधी एहतियात का भी पालन कर रहे हैं। मार्च से अब तक 7 सुरक्षाकर्मियों ने लोगों की सुरक्षा की खातिर आतंकवादियों से लड़ते हुए प्राणों की कुर्बानी दी है। शनिवार रात को ही सेना के पांच बहादुरों ने कुपवाड़ा में आतंकवादियों को मार गिराते हुए शहादत दी थी।
यूनिट स्तर पर सहायता: जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद का कहना है कि सेना लोगों को कोरोना से बचाने की दिशा में हर संभव कदम उठा रही है। सेना यूनिट स्तर पर लोगों की मदद कर रही है। विशेषतौर पर दूरदराज इलाकों में लोगों को जागरूक बनाने के साथ साथ मुश्किलों को दूर करने की दिशा में भी लगातार कार्रवाई हो रही है। सेना का ऑपरेशन नमस्ते भी जारी है।