जागरण फिल्म फेस्टिवल में बोले रविशंकर, फिल्मों की भाषा नहीं, संवेदनाएं जोड़ती हैं
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर तकनीक को हिंदी में उतारना है तो उसको फिल्मों की भाषा अपनानी होगी।
नई दिल्ली, प्रियंका दुबे मेहता। फिल्में भाषा की मोहताज नहीं होती, फिल्मों के अंदर सिमटी संवेदनाएं लोगों को खुद-बखुद जोड़ देती हैं। इंसान कोई भी हो, देश कोई भी हो, भाषा कोई भी हो, संवेदनाएं एक होती हैं। फिल्म मानवता को जोड़ने का सबसे बड़ा सेतु है और कई बार भाषा समझ नहीं आती है तो वहां भावों (इमोशन) की भाषा दर्शकों को समझा देती है। यह बातें केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को दिल्ली के सिरीफोर्ट आडिटोरियम में नौवें जागरण फिल्म फेस्टिवल (जेएफएफ-2018) के उद्घाटन पर कहीं।
उन्होंने कहा कि अगर तकनीक को हिंदी में उतारना है तो उसको फिल्मों की भाषा अपनानी होगी। जागरण फिल्म फेस्टिवल देश व विदेश की फिल्मों को देश के छोटे बड़े शहरों में ले जाता है और इस तरह से छोटे शहरों को ग्लोबल फिल्मों से जोड़ता है। इस फेस्टिवल के जरिये दैनिक जागरण कला के सेतु से पूरे हिंदुस्तान को जोड़ने की कोशिश कर रहा है और यह प्रयास अभिनंदनीय है।
बारिश की रिमझिम फुहारों के बीच शुक्रवार को नौवें जागरण फिल्म फेस्टिवल का शानदार आगाज हुआ। सिनेप्रेमियों के लिए अलहदा फिल्मों का गुलदस्ता लेकर आए इस फेस्टिवल की ओपनिंग विकास चंद्रा की शॉर्ट फिल्म 'माया' से हुई और उसके बाद स्पेनिश भाषा में बनी मैक्सिकन फिल्म 'थ्री ईडियॉट्स' की स्क्रीनिंग हुई। यह हिंदी फिल्म 'थ्री ईडियट्स' का एडाप्टेशन है।
फेस्टिवल का औपचारिक शुभारंभ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किया। इस दौरान दैनिक जागरण के प्रधान संपादक और सीईओ संजय गुप्त ने कहा कि नौ साल पहले जागरण फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत इसी उद्देश्य के साथ की गई थी कि हर तरह के सिनेमा को लोगों तक पहुंचाया जाए और देश में बेहतर फिल्म संस्कृति का विकास हो।
रजनीगंधा के सहयोग से आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन अवसर पर अभिनेत्री तब्बू, पूजा भट्ट, फिल्म निर्देशक राहुल रवैल, अभिनेता सौरभ शुक्ला व निर्देशक विकास चंद्रा की उपस्थिति से दर्शक उत्साहित दिखे। इस अवसर पर डीएस ग्रुप के निदेशक अतुल जैन, वीपी शशांक सुराना व बिजनेस हेड सीके शर्मा के अलावा मैक्सिको व ईरानी दूतावास के उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे।
फिल्में देखने को उत्सुक रहे लोग
जागरण फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन अवसर पर बड़ी संख्या में सिनेप्रेमी सिरीफोर्ट आडिटोरियम पहुंचे। इस दौरान फिल्मों को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखा। पहले दिन मीरा नायर की फिल्म 'नेमसेक', नसीरुद्दीन शाह की 'द हंगरी', वैशाली सिन्हा की 'आस्क द सेक्सपर्ट' के अलावा भी कई फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई।