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विश्व लीग फाइनल में हम पर दबाव रहेगा : लाकड़ा

बीरेंद्र लाकड़ा का मानना है कि हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल (एचडब्ल्यूएल) में बड़ी टीमों के खिलाफ हमारी टीम पर दबाव रहेगा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 21 Nov 2017 07:44 PM (IST)Updated: Tue, 21 Nov 2017 07:44 PM (IST)
विश्व लीग फाइनल में हम पर दबाव रहेगा : लाकड़ा
विश्व लीग फाइनल में हम पर दबाव रहेगा : लाकड़ा

बेंगलुरु, प्रेट्र। भारतीय हॉकी खिलाड़ी बीरेंद्र लाकड़ा का मानना है कि एक से 10 दिसंबर तक ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में होने वाली हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल (एचडब्ल्यूएल) में बड़ी टीमों के खिलाफ हमारी टीम पर दबाव रहेगा। घुटने की चोट के कारण पिछले साल रियो ओलंपिक नहीं खेल पाने वाले लाकड़ा ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की और उन्हें अब घरेलू दर्शकों के सामने खेलना होगा। 

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लाकड़ा ने कहा, 'ओडिशा की राजधानी हमेशा से भारत के लिए खास स्थल रहा है, क्योंकि वहां शहर के हॉकी प्रशंसकों का टीम को पूरा समर्थन मिलता है। इस तरह की बड़ी प्रतियोगिता में हमेशा थोड़ा दबाव रहता है। वहां हमारा मुकाबला दुनिया की चोटी की आठ टीमों से होगा। लाकड़ा ने पिछले साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलियाई दौरे में आखिरी बार भारत की तरफ से खेले थे। उन्होंने कहा, 'मैं उत्साहित हूं और घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरे कई मित्र और परिजन हमारे मैच देखने के लिए आएंगे। ओडिशा में लोग हॉकी को लेकर काफी उत्साही हैं और भुवनेश्वर में हमें जो समर्थन मिलता है, उससे वह भारतीय टीम के लिए विशेष स्थल बन गया है। लाकड़ा के अलावा दो अन्य भारतीय खिलाडिय़ों दिपसन टिर्की और अमित रोहिदास को भी अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का मौका मिलेगा। रोहिदास ने जहां हॉकी इंडिया लीग में प्रभावशाली प्रदर्शन किया वहीं टिर्की जूनियर विश्व कप विजेता टीम के सदस्य हैं। 

हमारे कौशल की परीक्षा होगी : 19 वर्षीय टिर्की ने कहा, 'यह पहला अवसर होगा जब मैं ओडिशा में घरेलू दर्शकों के सामने भारतीय टीम की तरफ खेलूंगा। उत्साह अलग बात है, लेकिन ग्रुप चरण में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ हमारे खिलाडिय़ों के कौशल की परीक्षा होगी। उन्होंने कहा, 'हमारे मुख्य कोच सोर्ड मारिन ने इस टूर्नामेंट के लिए मानसिक तौर पर तैयार होने के मद्देनजर हम से अलग-अलग बात की। हम अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारियों से वाकिफ हैं। हमारा ध्यान अब खुद पर दबाव बनाए बिना टीम की रणनीति पर अमल करना है।

सीनियर खिलाडिय़ों ने हमारा उत्साह बढ़ाया : रोहिदास ने कहा, 'केवल बीरेंद्र ही नहीं बल्कि एसवी सुनील, मनप्रीत सिंह, रुपिंदर पाल सिंह जैसे सीनियर खिलाडिय़ों ने प्रत्येक सत्र में हमारा काफी उत्साह बढ़ाया। एक टीम के तौर पर हम इस टूर्नामेंट के लिए काफी कड़ी मेहनत कर रहे हैं तथा हमने बेल्जियम और एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन किया जो कि हॉकी विश्व लीग फाइनल में अच्छे परिणाम हासिल करने के लिए मनोबल बढ़ाने वाला कारक है। भारत अपना पहला मैच एक दिसंबर को मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से खेलेगा।

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