हॉकी जगत के लिए चौंकाने वाला फैसला, पुरुष और महिला टीमों को मिले नए कोच
माना जाता है कि मारिन शुरुआत में यह पद नहीं लेना चाहते थे।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय हॉकी में आज यानी शुक्रवार को एक चौंकाने वाले फैसले में महिला हॉकी टीम के कोच मारिन शोर्ड को पुरुष टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। पुरुष टीम के कोच का पद रोलेंट ओल्टमंस को हटाने के बाद से खाली था।
इसके साथ ही एक और बदलाव देखने को मिला है। विश्व कप विजेता जूनियर टीम के कोच हरेंद्र सिंह को सीनियर महिला टीम का हाई परफॉर्मेंस विशेषज्ञ कोच बनाया गया है। यानी पुरुष और महिला हॉकी टीमों को नए कोच मिल गए हैं।
पूर्व निशानेबाज और इस समय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के पद संभालने के बाद इसे उनका पहला बड़ा कदम माना जा रहा है। पुरुष टीम के कोच का पद मारिन शोर्ड 20 सितंबर से संभालेंगे। फिलहाल भारतीय महिला हॉकी टीम यूरोप के दौरे पर है और तब तक वहां से लौट आएगी।
वहीं, हरेंद्र सिंह शनिवार यानी कल से ही अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगे। इस फैसले की जानकारी नए खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने अपने टि्वटर पेज पर दी।
Pleased to announce appt of Sh Harendra Singh, Dronacharya Award winner,as High Performance Specialist Coach fr Indian Snr Women Hockey Team— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) September 8, 2017
राठौड़ ने ट्वीट किया, 'भारतीय सीनियर महिला हाकी टीम के मौजूदा कोच वाल्थेरुस मारिन सीनियर पुरुष हाकी टीम के मुख्य कोच होंगे।' उन्होंने लिखा, 'यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हरेंद्र सिंह भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के हाई परफार्मेंस विशेषज्ञ कोच होंगे।'
आपको बता दें कि महिला और पुरुष हॉकी टीम के नए कोच को 2020 टोक्यो ओलंपिक तक का कार्यकाल दिया गया है। यह फैसला हॉकी जगत के लिए इसलिए चौंकाने वाला माना जा रहा है क्योंकि हॉकी इंडिया ने तीन दिन पहले ही पुरुष टीम के कोच के पद के लिए विज्ञापन दिया था। हॉकी इंडिया ने आवेदन की समय सीमा 15 सितंबर रखी है। एक अधिकारी ने बताया कि यह विज्ञापन कल यानी गुरुवार को ही हटा लिया गया।
उन्होंने कहा, 'यह विज्ञापन हटा लिया गया क्योंकि हॉकी इंडिया और भारतीय खेल प्राधिकरण का मानना है कि मारिन इसके लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार है जो छह महीने से अधिक यहां बिता चुके हैं।'
माना जाता है कि मारिन शुरुआत में यह पद नहीं लेना चाहते थे। नीदरलैंड के इस 43 वर्षीय कोच को इस साल फरवरी में ही महिला टीम का कोच बनाया गया। वह पहले किसी राष्ट्रीय पुरुष टीम के साथ नहीं जुड़े हैं। उन्होंने हॉकी इंडिया और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मनाने के बाद इस जिम्मेदारी के लिए हामी भरी है।