विश्व कप में पदक जीतना हमारा लक्ष्य: मनप्रीत
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को इस साल अजलन शाह कप, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और विश्व कप जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट खेलने हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पिछले कुछ महीनों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उसके लिए साल 2018 काफी अहम है। इस साल अजलन शाह कप, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और विश्व कप जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट होने है। इस साल टीम की संभावनाओं और अन्य मुद्दों पर कप्तान मनप्रीत सिंह से उमेश राजपूत ने खास बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश-
सवाल: भारतीय टीम के लिए यह साल कितना चुनौतीपूर्ण है?
जवाब: कई बड़े टूर्नामेंट होने की वजह से यह साल हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसकी शुरुआत अजलन शाह कप से होगी। इससे पहले हमने न्यूजीलैंड का दौरा किया था जो काफी अच्छा रहा। हमारी कोशिश होगी कि हम अजलन शाह में अच्छा करें और उसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयार रहें।
सवाल: इसी साल भारत में भुवनेश्वर में विश्व कप भी होना है। ऐसे में घर में खेलने का कुछ दबाव रहेगा?
जवाब: ऐसा कुछ खास दबाव नहीं है। हम घरेलू मैदान पर खेलेंगे। यह हमारे लिए अच्छा ही है, क्योंकि वहां काफी समर्थक आते हैं। हम जब भी वहां खेलते हैं तो उसका पूरा लुत्फ उठाते हैं। पिछला हॉकी विश्व लीग फाइनल भी भुवनेश्वर में हुआ था और वह हमारे लिए काफी अच्छा साबित हुआ था। हमारी कोशिश होगी कि हम विश्व कप में भी वैसा ही प्रदर्शन करें और अपनी टीम को जीत दिलाएं।
सवाल: विश्व कप में भारत का इतिहास अच्छा नहीं है। क्या इस बार इतिहास बदलने की उम्मीद कर सकते हैं?
जवाब: हम मैदान पर अपना सबकुछ झोंकने की कोशिश करेंगे। हमारी कोशिश होगी कि हम अपना शत-प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन करें। हमारा लक्ष्य विश्व कप में भारत को पदक दिलाना है।
सवाल: मारिन के कोच बनने बाद टीम की सोच और रवैये में किस तरह का बदलाव आया है?
जवाब: मारिन हम लोगों के साथ आसानी से घुलमिल जाते हैं, इसलिए हमारे लिए चीजें काफी आसान हो जाती हैं। टीम काफी अच्छा कर रही है और हम इसका लुत्फ उठा रहे हैं। वह चाहते हैं कि टीम आक्रामक हॉकी खेले और हम वही कर रहे हैं।
सवाल: पूर्व गोलकीपर कप्तान श्रीजेश की वापसी से आप और गोलकीपर आकाश चिकते व सूरज करकेरा पर कुछ दबाव रहेगा?
जवाब: किसी भी खिलाड़ी पर कुछ अलग दबाव नहीं रहता है। टीम में जगह बनाने का एक ही रास्ता है और वह है अच्छा प्रदर्शन। जो अच्छा प्रदर्शन करेगा उसे टीम में जगह मिलेगी, फिर चाहे वह कोई भी हो। मेरे कप्तान होने का मतलब यह नहीं है कि मेरी टीम में जगह पक्की है। मुझे भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। टीम की कप्तानी करना मेरे लिए गर्व की बात है। रही बात मेरे कप्तान रहने या नहीं रहने की तो मेरे लिए कप्तानी से ज्यादा अहम देश के लिए खेलना है।
सवाल: कौन-कौन से खिलाड़ी भारत के लिए सफलता की कुंजी साबित हो सकते हैं?
जवाब: हम किसी एक खिलाड़ी के लिए ऐसा नहीं कह सकते। हमारे लिए सभी खिलाड़ी अहम हैं। हॉकी एक टीम गेम है और टीम को सफलता सभी खिलाड़ियों के सामूहिक प्रदर्शन से ही मिलती है।