Move to Jagran APP

Tokyo Olympics: भारत की जीत पर पूर्व दिग्गज बोले, फिर से ताजा हुई मास्को ओलिंपिक की यादें

गुरमेल ने कहा मास्को ओलंपिक में पौलेंड के खिलाफ एक गोल किया था। टोक्यो ओलिंपिक ने 41 वर्ष पहले की यादें ताजा कर दीं। गुरमेल सिंह जब छह वर्ष के थे तभी उनके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद बड़े भाई प्रीतम ने हाकी सिखाई ।

By Viplove KumarEdited By: Published: Thu, 05 Aug 2021 10:39 PM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 10:39 PM (IST)
Tokyo Olympics: भारत की जीत पर पूर्व दिग्गज बोले, फिर से ताजा हुई मास्को ओलिंपिक की यादें
भारतीय हाकी टीम के खिलाड़ी- फोटो ट्विटर पेज

कमल किशोर, जालंधर। मास्को ओलिंपिक की स्वर्ण विजेता टीम का हिस्सा रहे गुरमेल सिंह ने कहा कि वर्ष 1980 में मीडिया का इतना प्रभाव नहीं था। मीडियाकर्मी घर तक कम ही पहुंचते थे। समाचार पत्र भी किसी-किसी के घर आता था। अब मीडिया काफी सक्रिय है। मीडियाकर्मी खिलाड़ियों के घरों तक तुरंत पहुंच जाते हैं। इससे खेलों को और खिलाड़ियों को प्रमोशन मिल रहा है।

loksabha election banner

गुरमेल ने कहा कि उन्होंने मास्को ओलिंपिक में पौलेंड के खिलाफ एक गोल किया था। टोक्यो ओलिंपिक ने 41 वर्ष पहले की यादें ताजा कर दीं। गुरमेल सिंह जब छह वर्ष के थे, तभी उनके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद बड़े भाई प्रीतम सिंह राय (भारतीय टीम के खिलाड़ी हार्दिक के दादा) ने हाकी सिखाई और पालन पोषण किया।

हार्दिक सिंह को हाकी के गुर विरासत में मिले हैं। हार्दिक के पिता विरेंदरप्रीत सिंह भी राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके है। दादा प्रीतम सिंह राय राष्ट्रीय हाकी के खिलाड़ी व नेवी हाकी टीम के बीस वर्ष तक कोच रहे हैं।

यादगार था मास्को ओलिंपिक का फाइनल मुकाबला : गरचा

मास्को ओलिंपिक में भारतीय टीम के हिस्सा रहे देवेंदर सिंह गरचा ने कहा कि वर्ष 1980 में टीम युवा थी। टीम ने शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीता था। इंडिया हाकी फेडरेशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने पदक पहनाए थे। जब मास्को में स्वर्ण पदक जीतने पर तिरंगा ऊपर गया तो हर खिलाड़ी की आंखों में खुशी के आंसू थे।

गरचा ने बताया कि स्पेन के खिलाफ फाइनल मैच यादगार रहा। खेल के आठ सेकेंड रह गए थे। भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिल गया। इसे सुरेंदर सिंह सोढी ने गोल में बदल दिया। जीत की खुशी में देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बधाई देने के साथ-साथ टीम को डिनर के लिए बुलाया था। तब हालांकि टीम को किसी प्रकार का आर्थिक अवार्ड नहीं दिया गया था। उन्हें कोई खेल अवार्ड न मिलने का भी मलाल है।

उन्होंने कहा कि मौजूदा टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय हाकी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। सरकार ने एक करोड़ देने की बात कही है। इस जीत और अवार्ड से अन्य खिलाड़ी हाकी खेलने के लिए प्रेरित होंगे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.