नहीं रहे दिग्गज भारतीय खिलाड़ी बलबीर सिंह कुलार, देश को दिलाए हैं कई मेडल
Balbir Singh Kullar Passed away पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह कुलार का उनके पैतृक गांव संसारपुर में शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
जालंधर, जेएनएन। Balbir Singh Kullar Passed away: हॉकी का सितारा रहे ओलंपियन बलबीर सिंह कुलार की उनके पैतृक गांव संसारपुर में शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उन्होंने अपने घर पर ही अंतिम सांस ली। दो दिन बाद उनकी मौत की सूचना उनके बेटे कमलबीर सिंह ने अमेरिका से जालंधर पहुंचने के बाद हॉकी इंडिया को दी।
हॉकी इंडिया की तरफ से रविवार शाम को ट्वीट करके बलबीर सिंह की मौत की सूचना सार्वजनिक की गई। बलबीर पंजाब पुलिस से बतौर डीआइजी रिटायर हुए थे। वह अपने पीछे एक बेटा, दो बेटियों व पत्नी को छोड़ गए हैं। बेटा कनाडा और अमेरिका में रहने वाली दोनों बेटियां भी रविवार को देर रात तक जालंधर पहुंच गईं। बलबीर सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को 11 बजे जालंधर में किया जाएगा।
We are deeply saddened by the demise of our former hockey player and a two-time Olympic medallist, Balbir Singh Kullar.
We send out our heartfelt condolences to his family.#RIP pic.twitter.com/532WyFySYy— Hockey India (@TheHockeyIndia) 1 March 2020
बलबीर का जन्म संसारपुर गांव में 8 अगस्त 1942 को हुआ था। 17 साल की उम्र में उन्होंने स्कूल गेम्स को लेकर चयनित हॉकी की इंडिया टीम को बतौर कप्तान लीड किया था। उसके बाद उन्होंने पलट कर नहीं देखा और हॉकी के मैदान में हाफ बैक पेनाल्टी स्ट्रोक व कार्नर के जरिए गोल करके संसारपुर का नाम अमर कर दिया। उन्होंने 1962 में पंजाब पुलिस को ज्वाइन किया था। 1963 में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर पर तैनात हुए। 1968 से 75 तक ऑल इंडिया पुलिस टीम के कप्तान भी रहे। वर्ष 2001 में डीआइजी पद से रिटायर्ड हुए थे।
ओलंपिक टीम का हिस्सा रह चुके हैं
बलबीर सिंह मैदान के हॉफ बैक में बेहतर खेलते थे। स्ट्रोक को रोकने में महारत हासिल थी। पेनाल्टी स्ट्रोक को भी बेहतर ढंग से लगाते थे। वर्ष 1966 में बैंकाक एशियाई गेम्स में स्वर्ण पदक, वर्ष 1968 में ओलंपिक कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे।
पद्मश्री व अर्जुन अवार्डी थे बलबीर
बलबीर सिंह को सरकार ने वर्ष 1999 में अर्जुन अवार्ड और 2009 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा। वह द्रोणाचार्य अवार्ड से भी सम्मानित हुए। सुरजीत हॉकी सोसायटी के संयुक्त सचिव सुरिंदर भापा ने कहा कि बलबीर सिंह कुलार ने देश के लिए खेलकर अपनी अलग पहचान बनाई। संसारपुर का नाम रोशन किया। ओलंपियन संजीव कुमार ने कहा कि बलबीर सिंह ने भारतीय टीम में इनसाइज फॉरवर्ड के रूप में प्रतिष्ठा हासिल की। हर मैच में बेहतर प्रदर्शन करते रहे हैं। जालंधर ने एक बेहतरीन खिलाड़ी को खो दिया है।
पंजाब पुलिस हॉकी टीम के पूर्व कोच सुरजीत मिट्ठा ने कहा कि बलबीर सिंह भारतीय राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ता भी रह चुके हैं। ओलंपिक पदक विजेता बलबीर सिंह के निधन का दुख है। पूर्व ओलंपियन, पदमश्री व विधायक परगट सिंह ने कहा कि बलबीर सिंह एक बेहतर खिलाड़ी थे। हॉकी जगत में शोक की लहर है। कइयों ने उन्हें देखकर खेलना शुरु किया है।