Pulwama terror attack: आंख में गोली लगने पर भी आतंकियों को चटाई धूल
आंख में गोली लगने के बावजूद आतंकियों से लोहा लेता रहा। मुठभेड़ में आतंकियों को मार गिराने में दविंद्र कुमार ने अहम भूमिका निभाई।
ऊना, जेएनएन। जेएंडके के पुलवामा में हुई आतंकी मुठभेड़ में ऊना के जवान ने अदम्य साहस दिखाया है। हेलमेट में लगने के बाद गोली आंख में चली गई। घायल होने के बावजूद जांबाज आतंकियों से लोहा लेता रहा। मुठभेड़ में आतंकियों को मार गिराने में दविंद्र कुमार ने अहम भूमिका निभाई। साथियों को खोने के बाद दविंद्र ने अकेले ही आधा किलोमीटर का रास्ता तय किया और सेना के पास पहुंचकर तमाम जानकारियां दीं। उनके कान में भी कुछ चोटें आई। घायल दविंद्र कुमार का उपचार सैन्य अस्पताल चंडीमंदिर, पंचकूला, हरियाणा में चल रहा है। जांबाज की हालत अब स्थिर है। ऊना के ईसपुर, लवाणा मजारा निवासी दविंद्र कुमार उस सैन्य टुकड़ी में शामिल थे, जिनकी मुठभेड़ पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड गाजी रशीद सहित एक अन्य आतंकी के साथ हुई। श्रीनगर से उन्हें सैन्य अस्पताल चंडीमंदिर लाया गया। दविंद्र 2011 में 51 आर्म्ड में भर्ती हुए थे। तीन साल से उनकी नियुक्ति पुलवामा में थी। दविंद्र की दो माह पहले ही कंचन के साथ शादी हुई है।
पिता बोले, कड़ा सलूक हो
जवान दविंद्र के पिता राम चंद ने नम आंखों से कहा कि उनके बेटे ने वीरता का परिचय दिया है। उन्हें इस पर गर्व है, लेकिन दुख इस बात का है कि आतंकी हमले में देश ने कई होनहार बेटों को खो दिया। आतंकियों के साथ ऐसा सलूक किया जाए कि वे दोबारा ऐसे कदम न उठा सकें आंख में गोली लगने पर भी आतंकियों को धूल चटाई।
मुख्यमंत्री ने फोन पर पूछा जवान का कुशलक्षेम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घायल द¨वद्र कुमार के परिवार से फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने जवान के पिता से कुशलक्षेम पूछा व उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। राम चंद ने मुख्यमंत्री को बताया कि सैन्य अस्पताल में घायल दविंद्र की सर्जरी हुई है। इससे पहले आंख से गोली निकालने के लिए ऑपरेशन किया गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि दविंद्र के सिर में गोली लगने के बाद आंख में चली गई थी। परिवार का हाल जानने के लिए राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार भी ईसपुर पहुंचे और उन्होंने मुख्यमंत्री से फोन पर परिवार की बातचीत कराई।