सरस मेला शुरू, हाथों से बनाए उत्पादों की लगाई प्रदर्शनी
जिला मुख्यालय पर नगर परिषद की पार्किंग स्थल पर मंगलवार को ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग की तरफ से सरस मेला आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, ऊना : जिला मुख्यालय पर नगर परिषद की पार्किंग स्थल पर मंगलवार को ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग की तरफ से सरस मेला आयोजित किया गया। मेले में भाग लेने के लिए देश के 21 राज्यों के स्वयं सहायता समूह ऊना आए हैं। मेले में इन स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद बिक्री के लिए रखे गए हैं। सरस मेले का उद्घाटन ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने किया।
कंवर ने कहा हिमाचल प्रदेश सरकार ने पारंपरिक कलाओं व हस्तशिल्प को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा है। आधुनिकता की दौड़ में हस्तशिल्प पीछे रह गया। इसे एक बार दोबारा जीवन प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना आरंभ की है ताकि ग्रामीण परिवेश के युवाओं का कौशल विकास करने के साथ उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें।
आज हाथ से बनी पारंपरिक वस्तुओं की अच्छी मांग है, इसीलिए प्रदेश सरकार इस योजना को प्रचारित कर अधिक से अधिक युवाओं को पारंपरिक कलाओं में कुशल बनाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला के नमस्ते धर्मशाला तथा बिलासपुर जिला के कामधेनु स्वयं सहायता समूह का जिक्र करते हुए कहा कि ये अपने- क्षेत्र में बढि़या काम कर रहे हैं। सभी को इनसे सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए।
स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा मंच
डीसी संदीप कुमार ने कहा मेला स्थल पर लगभग 100 स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें विभिन्न उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। ग्राहक इन्हें खरीद सकते हैं। मेले का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद की बिक्री के लिए मंच प्रदान करना है। मेले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा निर्मित विशिष्ट हस्तशिल्प उत्पादों को बिक्री के उचित मंच मिलेगा। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल, भाजपा नेता यशपाल राणा, अतिरिक्त उपायुक्त अरिदम चौधरी, एसडीएम ऊना डॉ. सुरेश जसवाल, पीओ डीआरडीए संजीव ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।