धार क्षेत्र में जंगली जानवरों ने बढ़ाया किसानों का दर्द
¨चतपूर्णी के धार क्षेत्र में जंगली जानवरों की समस्या विकराल होती जा र
संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : ¨चतपूर्णी के धार क्षेत्र में जंगली जानवरों की समस्या विकराल होती जा रही है। इनके डर से किसानों ने खेती करना तक छोड़ दिया है। वन्य क्षेत्रों के बर्बाद होने के बाद जंगली जानवरों ने आबादी वाले क्षेत्रों की तरफ रूख किया है। पिछले बीस वर्षो तक पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े रहे गंगोट पंचायत के पूर्व प्रधान संजीव शर्मा कहते हैं कि कुछ दशक पहले तक ग्रामीण सामूहिक रूप से खेती करते थे और खेतीबाड़ी में फसल को बचाने के लिए भी समूहों में किसान फसलों की रक्षा भी करते थे। समय बदलने के साथ इसमें कमी देखी जा रही है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कृषि को इस क्षेत्र में लोग बोझ समझने लगे हैं। अगर कोई एकाध-खेत बीज भी देता है तो जंगली जानवर चट कर जाते हैं। वहीं, कृषि विभाग से सेवानिवृत अधिकारी बलदेव ¨सह भी मानते हैं कि इस क्षेत्र की मिट्टी उपजाऊ है और ¨सचाई न होने के बावजूद खेत सोना उगल सकते हैं। बशर्ते खेतों में मेहनत की जाए। पारंपरिक फसलों के अलावा किसान अगर नए प्रयोग करें तो भी उन्हें सफलता मिल सकती है। बड़ी बात यह है कि किसानों को इस बारे में सामूहिक प्रयास करने होंगे वरना किसी एक खेत में बोई गई फसल की रखवाली पर ही काफी ऊर्जा व्यर्थ में चली जाएगी।