सुमित मौत मामला : जंगल छाना, नहीं मिला सुराग
सुमित मौत मामले में एसपी, एएसपी व डीएसपी ने धुंधला गांव में लोगों से की पूछताछ।
ऊना, जेएनएन। सुमित मौत मामले की जांच अब धुंधला गांव तक जा पहुंची है। यहां पर दिन भर एसपी दिवाकर शर्मा, एएसपी विनोद धीमान व डीएसपी अशोक वर्मा ने लोगों से पूछताछ की लेकिन पुलिस के हाथ अब तक भी खाली हैं। जानकारी के अनुसार पुलिस ने कोटला कलां गांव में सुमित की मौत के बाद से जांच शुरू की थी। इस दौरान पुलिस ने कोटला कलां, कोटला खुर्द गांव की गलियों, घरों, दुकानों व जंगल में छानबीन की। यहां तक पुलिस ने डाग स्कवाड की भी मदद ली। गांव व जंगल का चप्पा-चप्पा छान मारा लेकिन कोई भी पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा।
मालूम हो सुमित 24 सितंबर को लापता हुआ था। इसके बाद कोटला कलां में पेड़ से लटकी उसकी लाश मिली थी। मामले को सुलझाने के लिए ऊना पुलिस विभाग ने हत्या आरोपित का सुराग देने वाले को 50 हजार रुपे नकद इनाम देने की तक घोषणा कर दी, बावजूद अब तक यह मामला रहस्य ही बना हुआ है। अब तक सुमित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं आई है। पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने कहा पुलिस ने धुंधला गांव में लोगों से पूछताछ की है।
परिजनों व गांववासियों ने कैंडल मार्च निकाल न्याय मांगा
सुमित मौत मामला पहेली बनता जा रहा है। इससे लोगों में रोष है। मंगलवार को सुमित के परिजनों व स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। हाथों में मोमबत्तियां व सुमित की फोटो लगा बैनर लेकर रायपुर सहोड़ा से लेकर मैहतपुर तक कैंडल मार्च निकाली।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। कैंडल मार्च की अगुआई जिला परिषद सदस्य पंकज सहोड़ व दिवंगत सुमित के परिजनों ने की। इस दौरान सभी ने सुमित के हत्या आरोपितों को जल्द पकड़ने और सख्त कार्रवाई की मांग की। कहा इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। सुमित के लापता होने से लेकर उसकी मौत तक केवल आश्वासन ही मिल रहे हैं।
अगर पुलिस ने जल्द आरोपित नहीं पकड़े तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर रायपुर सहोड़ा उपप्रधान अश्वनी कुमार, र्रंवद्र सहोड़, निखिल कुमार, संजय कुमार, मोहित, अरविंद कुमार, जसविंदर कुमार मौजूद रहे।