Move to Jagran APP

पिता के वचनों का मान रखने के लिए श्रीराम ने स्वीकार किया बनवास

ग्राम पंचायत कुरियाला में रामलीला नाटक मंचन के छठे दिन श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 05:23 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 05:43 PM (IST)
पिता के वचनों का मान रखने के लिए श्रीराम ने स्वीकार किया बनवास
पिता के वचनों का मान रखने के लिए श्रीराम ने स्वीकार किया बनवास

संवाद सहयोगी, ऊना : ग्राम पंचायत कुरियाला में रामलीला नाटक मंचन के छठे दिन श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास दिया गया। जबकि कैकेयी-मंथरा संवाद सहित अन्य दृश्य दिखाए गए। मंचन में राजा दशरथ ने जब श्रीराम का राजतिलक करने का एलान किया तो सारी अयोध्या में खुशी की लहर दौड़ पड़ी लेकिन मंथरा के भड़काने पर कैकेयी ने महाराज दशरथ से वर मांग लिए जिनमें श्रीराम को बनवास व भरत के लिए सिंहासन मांगा। पिता के वचनों का मान रखने के लिए श्रीराम माता सीता व लक्षमण के साथ वन में चले गए। पीछे से वियोग में राजा ने प्राण त्याग दिए। मंचन के दौरान समाजसेवी जीवन शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.