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प्रदेश के 78 खंडों में बनेंगे पंचवटी पार्क

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि राज्य क

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 04:51 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 04:51 PM (IST)
प्रदेश के 78 खंडों में बनेंगे पंचवटी पार्क
प्रदेश के 78 खंडों में बनेंगे पंचवटी पार्क

जागरण संवाददाता, ऊना : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचवटी पार्क स्थापित करने की योजना से वरिष्ठ नागरिक खुश हैं। बंगाणा में इसके लिए जमीन की पहचान कर ली गई है।

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प्रत्येक पार्क में अत्याधुनिक व्यायाम और मनोरंजक उपकरण लगाए जाएंगे। एक मीटर चौड़ा और 150 मीटर लंबा पत्थर का जॉगिग ट्रैक, वॉकिग ट्रैक, योग और ध्यान कक्षाओं के लिए एक विशेष स्थान तथा शौचालय बनाए जाएंगे। इन पार्कों की सजावट आंवला, नीम व तुलसी जैसे औषधीय पौधों से की जाएगी।

ये पार्क राज्य के सभी 78 ब्लॉकों में एक बीघा से लेकर दो बीघा तक के ग्रामीण विकास विभाग के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में स्थापित किए जाएंगे। इनका रखरखाव व प्रबंधन स्थानीय पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से किया जाएगा। प्रत्येक पार्क लगभग 10 लाख रुपये की लागत से बनाया जाएगा और राज्यभर में 100 ऐसे पार्कों का निर्माण किया जाएगा। इन पार्कों का उपयोग स्वयं सहायता समूहों के स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए भी किया जाएगा।

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पहले चरण में यहां की भूमि की पहचान

गोहर, बंगाणा, बंजार, नग्गर व काजा, नगरोटा बगवां व सुलह, पांवटा साहिब और पच्छाद, तीसा और भटियात, कल्पा, कंडाघाट, रोहड़ू और नादौन में इन पार्कों के निर्माण के लिए भूमि की पहचान की गई है।

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राजनीतिक प्रताड़ना का सवाल ही नहीं

संवाद सहयोगी, बंगाणा : पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और प्रदेश सरकार इस स्वतंत्रता का सम्मान करती है, लेकिन अभिव्यक्ति भी मान-मर्यादा के साथ ही स्वीकार की जा सकती है। जिस स्वतंत्रता की पैरवी नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री कर रहे हैं, वह कांग्रेस के संस्कार अवश्य हो सकते हैं, लेकिन सभ्य समाज में ऐसी स्वतंत्रता के लिए जगह नहीं हो सकती है। किसी भी व्यक्ति की राजनीतिक प्रताड़ना का प्रश्न ही पैदा नहीं होता। प्रदेश सरकार जहां एक ओर विकास कार्यों की रफ्तार को तेज करने के प्रयास कर रही है वहीं नौकरी छोड़कर वापस आए युवाओं के बारे में गंभीरता से सोच रही है।


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