जब वरिष्ठ सर्जन बन गई हेयर ड्रेसर
कोरोना से पीड़ित व अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सक दिनरात सेवाएं दे रहे हैं अगर इस व्यस्त समय से कुछ पल फुर्सत के मिलते हैं तो उनका भी सही ढंग से इस्तेमाल कर दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।
सुरेश बसन, ऊना
कोरोना से पीड़ित व अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सक दिनरात सेवाएं दे रहे हैं, अगर इस व्यस्त समय से कुछ पल फुर्सत के मिलते हैं तो उनका भी सही ढंग से इस्तेमाल कर दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं। लोगों को संदेश देती कुछ ऐसी ही सीख क्षेत्रीय अस्पताल ऊना की वरिष्ठ सर्जन चिकित्सक डॉ. इंदु भारद्वाज व निजी अस्पताल चला रहे एमडी डॉ. प्रवीण भारद्वाज ने दी है।
वीरवार को डॉ. इंदु भारद्वाज ने अपनी फेसबुक वॉल पर पति डॉ. प्रवीण भारद्वाज संग एक फोटो शेयर की है। इसमें वह अपने पति के सिर के बाल काट रही हैं। तस्वीर अपने आप में इसलिए रोचक एवं मनोरंजक है, क्योंकि जिस वरिष्ठ सर्जन ने कई मरीजों के आपरेशन करने के लिए सीजर यानी कैंची को उठाया था। लॉकडाउन एवं कर्फ्यू के बीच उसी कैंची को पति के बाल काटने के लिए उठाना पड़ रहा है। तस्वीर साझा करते हुए डॉ. इंदु भारद्वाज ने बाकायदा अंग्रेजी में लिखा है, लॉकडाउन इफेक्ट' जब एक सर्जन डॉ. किसी अन्य काम के लिए कैंची उठाता है। इस पोस्ट को कई लोगों ने सराहा।
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में वैसे तो 24 चिकित्सक पैरा मेडिकल एवं नर्सिग स्टॉफ के साथ कोरोना संदिग्धों को प्रारंभिक देखभाल का जिम्मा संभाल रहे हैं। इनमें से आइसोलेट किए गए कई मरीजों का सैंपल लेने का जिम्मा भी इन्हीं चिकित्सकों पर है। इन्हीं में से एक डॉ. इंदु भारद्वाज भी हैं। वह अस्पताल में अपनी बेहतरीन सेवाएं देने के साथ एक गृहिणी का जिम्मा भी अच्छे ढंग से संभाल रही हैं।