लिदकोट गांव में तेंदुए की दहशत
रामगढ़ धार रेंज के तहत पड़ती चुरड़ी पंचायत के गांव लिदकोट में पिछले एक सप्ताह से तेंदुए के आतंक से लोगों में डर का माहौल है। पिछले एक सप्ताह में तेंदुआ पांच पालतु कुत्तों एक छोटी भैंस और एक बकरी को गोशाला में घुसकर शिकार बना चुका है। तेंदुए के आतंक से महिलाएं व बच्चे अकेले घर से निकलने से डर रहे हैं और बच्चों में स्कूल जाते समय भय बना रहता है।
संवाद सहयोगी, बंगाणा : रामगढ़ धार रेंज के तहत पड़ती चुरड़ी पंचायत के गांव लिदकोट में पिछले एक सप्ताह से तेंदुए के आतंक से लोगों में डर का माहौल है। पिछले एक सप्ताह में तेंदुआ पांच पालतु कुत्तों, एक छोटी भैंस और एक बकरी को गोशाला में घुसकर शिकार बना चुका है। तेंदुए के आतंक से महिलाएं व बच्चे अकेले घर से निकलने से डर रहे हैं और बच्चों में स्कूल जाते समय भय बना रहता है।
स्थानीय निवासी ज्ञानो देवी ने कहा कि वीरवार शाम को सभी पशुओं को गोशाला के आंगन में बांधा था। आधी रात को पशुओं के रंभाने की आवाजें आने लगी तो देखा कि तेंदुए ने छोटी भैंस को मारा डाला था और उसे खा रहा था। इसे देखकर वह भी डर गई।
उधर, सीता देवी पत्नी स्व. करतार सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले वह गोशाला में देर शाम बकरी को बांधकर खाना बनाने लगी तो थोड़ी देर बाद पशुओं के चिल्लाने की आवाज आने लगी। जब गोशाला में जाकर देखा तो तेंदुआ गर्भवती बकरी को अपना शिकार बना चुका था। दोनों पीड़ित परिवार के सदस्यों सहित अन्य लोगों ने कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर व पशुपालन विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई है कि तेंदुए को जल्द पकड़ा जाए ताकि उनके बच्चे और पशु सुरक्षित रह सकें। मामला ध्यान में आया है। जल्द ही गांव के आसपास पिजरे का प्रविधान किया जाएगा ताकि तेंदुए को पकड़ा जा सके।
-अश्वनी कुमार, रेंज अधिकारी रामगढ़ धार। पीड़ित परिवारों के लिए दुख है, लेकिन उनको उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
- कृष्ण पाल शर्मा, उपाध्यक्ष, जिला परिषद।