महिला सम्मान योजना पर फेर दी लालच की स्याही
देश, प्रदेश या समाज बुरे नहीं हैं.. बस इन्हें खाना छोड़ दो..यह खाए जाने से बच जाएं तो ये हमेशा विजयी रहेंगे।
अविनाश विद्रोही, गगरेट
देश, प्रदेश या समाज बुरे नहीं हैं.. बस इन्हें खाना छोड़ दो..यह खाए जाने से बच जाएं तो ये हमेशा विजयी रहेंगे। ऊना में एक काबिल अधिकारी द्वारा बेटियों के महत्व को सम्मान देने वाली योजना शुरू हुई लेकिन सेंध मारने वालों ने यहां भी राशन पानी का जुगाड़ ढूंढ़ लिया।
शर्मनाक लिंगानुपात के लिए देशभर में जाने जाते ऊना जिले में बेटियों व महिलाओं के उत्थान व सम्मान के लिए योजना शुरू हुई। नाम था उत्कर्ष। उत्कर्ष की उत्कृष्टता इस तथ्य में थी कि घरों में महिला मुखिया के नाम की प्लेट लगाई जा रही थी। गगरेट में इस काम के लिए हर घर से सौ-सौ रुपये वसूले गए।
शिकायत आने पर जिला प्रशासन ने जांच बिठा दी है। उपायुक्त ने सीडीपीओ गगरेट से जवाब मांगा है। साथ ही आगामी आदेशों तक नेम प्लेट लगाने की योजना पर रोक लगा दी है। वसूल की गई राशि को लौटाने के आदेश दिए हैं। इस मामले के सामने आने के बाद विभाग के साथ ही जिले की अन्य ग्राम पंचायतें भी संदेह के घेरे में आ गई हैं, जिनके यहां पर नेम प्लेट लगाई गई हैं।
जिला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत उत्कर्ष योजना चलाई जा रही है। इसके तहत ग्राम पंचायतों को आदेश दिए गए थे कि अपने फंड से हर घर में महिला मुखिया के नाम पर नेम प्लेट लगाई जाए। नगर पंचायत गगरेट व गगरेट पंचायत में 100 रुपये प्रति हर बोर्ड वसूले जाने की शिकायत जिला प्रशासन के पास पहुंची। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से ये नेम प्लेट लगाई जा रही हैं जिसके बदले में सौ रुपये लिए जा रहे हैं। हालांकि रसीद दी जा रही है लेकिन उसमें किसी के हस्ताक्षर नहीं हैं। गगरेट पंचायत में लगभग 800 और नगर पंचायत में करीब 1200 घर हैं।
-------------------
यह था योजना का उद्देश्य
योजना का उद्देश्य जिले में ¨लगानुपात को संतुलित करना है। इसके साथ ही बेटियों के प्रति सोच व सम्मान लाना था। जिले में सबसे पहले मवां कहोला पंचायत में हर घर के बाहर महिला मुखिया के नाम से नेम प्लेट लगाई गई हैं। चयनित पंचायत को जिला प्रशासन द्वारा किसी भी बेटी की शादी पर 51,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही अन्य तरह के वित्तीय लाभ भी दिए जाएंगे।
------------------------
मुझे इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। क्योंकि नेम प्लेट आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लगवाई हैं। पंचायत का इस मामले से कुछ लेना-देना नहीं है।
-राजू, प्रधान, ग्राम पंचायत गगरेट
------------------------------------
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पैसे लिए हैं। उन्हें पैसे वापस करने के आदेश दिए हैं। पैसे लेने के लिए किसने कहा था, इसकी जांच की जाएगी।
-निर्मल ¨सह, सीडीपीओ
------------------------------
यह मामला बेहद संगीन है। यह योजना सामाजिक सरोकार से जुड़ी है। प्रशासन ने खुद इसके लिए बजट का प्रबंध किया है। मैं मामले की जांच खुद कर रहा हूं। गगरेट के संबंधित अधिकारी को तलब किया है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अन्य पंचायतों में भी पड़ताल होगी, अगर वहां भी ऐसा हुआ होगा वसूली गई राशि लौटाई जाएगी।
-राकेश प्रजापति, उपायुक्त ऊना।