ठगी के शिकार यहां करें शिकायत, इंसाफ दिलाएगी पुलिस
हिमाचल में ठगी के बाद पुलिस सतर्क हो गई है, पुलिस ने ठगी के शिकार हुए लोगों की मदद के लिए कदम बढ़ाए हैं।
ऊना, जेएनएन। इंडियन एडवरटार्इंजिंग सर्विसज के नाम से खोली गई कंपनी द्वारा लोगों के साथ करीब 40 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार हुए लोगों के लिए पुलिस विभाग ने दस्तावेज जमा कराने के लिए हैल्पडेस्क बनाया है। इसका इंचार्ज सब इंस्पेक्टर को बनाया है। जोकि महिला पुलिस थाना ऊना के कार्यालय में लोगों से मिलेंगे। इसके लिए लोगों की सहायता के लिए एक मोबाइल फोन नंबर 94183-38155 पर संपर्क करने की सुविधा मुहैया कराई गई है।
शहर में हुई ठगी के बाद पुलिस विभाग काफी सतर्क हो गया है। जिला पुलिस ने बुधवार को मीडिया के माध्यम से जिला के शिकार हुए लोगों से अपील की कि जिन लोगों ने आइएएस कंपनी के तहत आइडी खरीदी थी, वह अपनी आइडी से संबंधित सभी दस्तावेज महिला पुलिस थाना में जमा कराएं। पुलिस ने लोगों की समस्या का उचित निवारण करने के लिए सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार को जिम्मेदारी सौंपी है।
जानकारी के अनुसार करीब पांच पहले ऊना में हुए फर्जीवाड़ा के बाद फरार हुए गिरोह के तीन शातिरों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लेकर कड़ाई से पूछताछ करनी शुरू कर दी है। पुलिस की पूछताछ के दौरान तीनों आरोपितों द्वारा कई अहम खुलासे करने की भी सूचना है। इन शातिर ठगों से पूछताछ करने के बाद एसआइटी की टीम उनके संभावित ठिकानों पर दबिश देगी। साथ ही पुलिस टीम ठगी किए गए करोड़ों रुपये के बारे में गहन जानकारी जुटाएगी। पुलिस टीम इस बात की भी जांच में जुट गई है कि ऊना शहर में खोले गए कार्यालय से ठगे गए करोड़ो रुपयों को किन बैंकों में रखा गया है। इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने कहा कि पुलिस ने ठगी
का शिकार हुए लोगों को राहत दिलाने के लिए एक टीम गठित की है। इसके तहत पीड़ित लोग अपने साथ हुई ठगी के बारे में पूरा ब्योरा दें, ताकि आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा सके। अभी तक आरोपितों से पूछताछ चल रही है। ठग गिरोह के मास्टर माइंड की तलाश करने के लिए जानकारी जुटाकर उसके पकड़कर ऊना लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों से इकटठे किए गए करोड़ों रुपये के बारे में शातिरों के बैंक खातों को भी खंगाला जाएगा।
मोबाइल फोन के नाम पर ठगा युवक
सस्ते मोबाइल फोन के चक्कर में एक युवक से शातिरों ने हजारों की ठगी कर ली। मोबाइल फोन की जगह पैकेट में लॉकेट, मूर्ति व कागज के टुकड़े देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। साइब्रर क्राइम के कई मामले सामने आने के बाद भी लोग लालच में आकर आसानी से शातिरों के जाल में फंस रहे हैं।
पद्धर उपमंडल की बड़ीधार पंचायत के हियूंड़ गांव के युवक बालम राम को कुछ दिन पहले 9999061931 नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वालों ने बालम राम को बताया कि वे प्रतिष्ठित कंपनी दिल्ली से बोल रहे हैं। उसे कंपनी के ऑफर के तहत दस हजार रुपये का मोबाइल फोन मात्र 3500 रुपये में मिलेगा। शातिरों ने युवक से नाम पता लेकर उसे एक सप्ताह के अंदर डाक द्वारा मोबाइल फोन मिलने भरोसा दिया। निर्धारित तारीख को युवक का पार्सल संबंधित डाकघर में पहुंच गया।
पार्सल लेने के लिए बालक राम को 3500 रुपये डाकघर में जमा करवाने पड़े। उसने जब पार्सल लेकर खोल कर देखा तो उसमें लॉकेट, माता की मूर्ति, अखबार और कागज के टुकड़े पाए गए। इसे देखकर युवक के होश फाख्ता हो गए। ठगी का शिकार हुआ युवक मेहनत मजदूरी कर परिवार की आजीविका चलाता है। उपमंडलीय पुलिस उपाधीक्षक मदनकांत शर्मा ने कहा कि इस तरह की अवांछनीय कॉल आने पर लोग झांसे में न आएं और न ही अपने बैंक अकाउंट और एटीएम नंबर आदि की डिटेल दें।