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माता चिंतपूर्णी के चरणों में अब ऑनलाइन कीजिए दान

आने वाले दिनों में इस वेबसाइट से ही मां की पवित्र पिंडी के लाइव दर्शन के अलावा श्रद्धालुओं को प्रसाद भेजने तक की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए भी योजना है।

By BabitaEdited By: Published: Thu, 01 Feb 2018 01:20 PM (IST)Updated: Thu, 01 Feb 2018 01:41 PM (IST)
माता चिंतपूर्णी के चरणों में अब ऑनलाइन कीजिए दान
माता चिंतपूर्णी के चरणों में अब ऑनलाइन कीजिए दान
चिंतपूर्णी, जेएनएन। धार्मिक पर्यटन को गति देते हुए मंदिर न्यास चिंतपूर्णी ने एक और सकारात्मक कदम बढ़ाया है। अब देश-विदेश में बैठे मां के भक्त अपने शहर से ही मां के चरणों में श्रद्धा के अनुसार भेंट अर्पित कर सकते हैं। कई श्रद्धालुओं ने इसी माध्यम से मां के चरणों में भेंट भेजना शुरू कर दिया है। मंदिर न्यास की अधिकृत वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालु कार्ड, बैंक खाते या वॉलेट से मां के चरणों में धनराशि भेज सकते हैं। वहीं, आने वाले दिनों में इस वेबसाइट से ही मां की पवित्र पिंडी के लाइव दर्शन के अलावा श्रद्धालुओं को मां का प्रसाद भेजने तक की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए भी न्यास की योजना है।
 
दरअसल चिंतपूर्णी मंदिर में आने वाले दूरदराज के कई श्रद्धालुओं की मांग थी कि वे अपनी आय का कुछ हिस्सा मां के चरणों में अर्पित करना चाहते हैं, लेकिन कोई साधन न होने के कारण वे इस भेंट को मां केदरबार तक नहीं पहुंचा पाते हैं। मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं की इस सुविधा को ध्यान में रखते हुए दो बैंकों में ऑनलाइन खाते खोले हैं। इस तरह ऑनलाइन बैकिंग के जरिए कई श्रद्धालु अब इसी प्रक्रिया से ही मां के दरबार में राशि भेज रहे हैं। वहीं श्रद्धालुओं ने न्यास के अधिकृत लंगर में एक दिन या ज्यादा समय के लिए अपना योगदान देना हो तो उसके लिए भी ऑनलाइन बुकिंग का विकल्प वेबसाइट में मौजूद है।

न्यास ने ऑनलाइन दान करने के लिए बैंक खाते खोल दिए हैं और श्रद्धालु वेबसाइट पर जाकर सीधे ऑनलाइन दान कर सकते हैं। अब कई श्रद्धालु ऑनलाइन धनराशि भेज रहे हैं। न्यास दूरदराज के श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान भी करता है, उनको ध्यान में रखकर इसी वेबसाइट के माध्यम से अन्य योजनाओं पर भी काम चल रहा है।

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-प्रेमलाल शर्मा, मंदिर अधिकारी

मौसम से लेकर मेलों की भी है जानकारी

चिंतपूर्णी का मौसम कैसा है और आगामी दिनों में यहां का तापमान क्या रहने वाला है, के बारे में भी वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालुओं को पता चलता रहेगा। इसके अलावा वर्ष के तीन मेलों चैत्र मास, सावन

अष्टमी और अश्विन मास के नवरात्र मेलों की तिथियों के बारे में यहां से भक्त जानकारी जुटाकर इस धार्मिक नगरी में आने का कार्यक्रम बना सकते हैं। हवन और मुंडन को लेकर न्यास द्वारा तय की गई फीस से लेकर

हर धार्मिक गतिविधि का यहां जिक्र है। 


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