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मजदूरों का न्यूनतम वेतन 18 हजार करे सरकार : धीमान

आइपीएच एंड पीडब्लयूडी वर्कर्स यूनियन (इंटक) के उपाध्यक्ष एवं जिला ऊना इंटक के अध्यक्ष ओपी धीमान ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 05:36 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 05:36 PM (IST)
मजदूरों का न्यूनतम वेतन 18 हजार करे सरकार : धीमान

जागरण संवाददाता, ऊना : आइपीएच एंड पीडब्लयूडी वर्कर्स यूनियन (इंटक) के उपाध्यक्ष एवं जिला ऊना इंटक के अध्यक्ष ओपी धीमान ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए। कहा सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा गरीब जनता, मजदूरों, कर्मचारियों व आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। घरेलू गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं। डीजल व पेट्रोल की कीमतों में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। महंगाई की मार से हर वर्ग परेशान है। केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में नाकाम रही है।

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कहा इंटक सरकार से मजदूरों का मासिक वेतन 18,000 रुपये करने की मांग कर रही है। सरकार अनुबंध आधार पर चलाई जा रही भर्तियों को जल्द बंद करे। इसके स्थान पर युवाओं को नियमित नियुक्ति प्रदान करे। अनुबंध आधार पर कर्मचारियों को नियुक्ति देने से विकास कार्य प्रभावित होते हैं। नियमित नियुक्ति से विकास कार्यो में तेजी आएगी। आउटसोर्स पर कार्य कर रहे युवाओं को संबधित विभागों योग्यता के आधार पर नियमित नियुक्ति दें। औद्योगिक इकाइयों में 70 प्रतिशत हिमाचलियों को रोजगार दिया जाए। योग्यता के आधार पर युवाओं को उद्योग प्रबंधन में ऊंचे पदों पर नियुक्ति दी जाए। आइपीएच व पीडब्ल्यूडी में बेलदार, जिन्होंने दसवीं व जमा दो की शिक्षा ग्रहण की है व दस साल का सेवाकाल पूरा कर लिया है उन्हें पदोन्नति दी जाए। कहा इंटक प्रदेशाध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा उर्फ बबलू पंडित के नेतृत्व में मजदूर हित में संघर्ष करने के लिए हर समय तैयार हैं।


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