¨चतपूर्णी मंदिर के गर्भगृह में केवल चार पुजारी रहेंगे मौजूद
प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर के गर्भगृह में केवल चार पुजारी ही रह सकते हैं।
संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर के गर्भगृह में केवल चार पुजारी ही रह सकते हैं। जबकि माता रानी की पूजा अर्चना करने वाले पुजारियों को धोती कुर्ता पहनना अनिवार्य होगा। ये आदेश चिंतपूर्णी मंदिर के अधिकारी अवनीश शर्मा ने जारी किए हैं। गर्भगृह के अंदर पुजारियों के माथा टेकने पर किसी तरह की रोक नहीं होगी। यह आदेश मंदिर गर्भगृह के अंदर भी सभी की जानकारी के लिए चस्पा दिए गए हैं। यह आदेश चिंतपूर्णी गृहरक्षक विभाग के प्रभारी की ओर से दिए गए एक लिखित पत्र पर कड़ा संज्ञान लेते जारी किए गए हैं।
गृहरक्षक प्रभारी द्वारा लिखित पत्र मंदिर कार्यालय में दिया गया था जिसमें लिखा गया था कि गर्भगृह में एक समय में कई पुजारी खड़े रहते हैं। इससे गर्भगृह के अंदर मौजूद सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी देने में दिक्कत आती है। पत्र में यह भी लिखा है माता रानी की पिंडी के सामने भी कुछ पुजारी खड़े रहते हैं जिससे श्रद्धालुओं को भी माता रानी के दर्शन करने में असुविधा होती है। मंदिर कार्यालय में दिए गए पत्र पर मंदिर अधिकारी ने आदेश जारी कर दिए हैं। जिसमें गर्भगृह में सुरक्षा कर्मियों के अतिरिक्त एक समय में केवल चार पुजारी जिसके बारीदार पुजारी ने नाम दिए हों, अंदर रहेंगे। इसके अलावा कोई भी पुजारी गर्भगृह की फोटो नहीं खींचेगा।
-----------------------
मोबाइल पर बात नहीं कर सकेंगे
गर्भगृह के अंदर कोई पुजारी व बारीदार मोबाइल पर बात नहीं करेगा। कोई भी पुजारी बारीदार गर्भगृह से कोई भी वस्तु उठाकर अपनी जेब में नहीं डालेगा। चाहे वह माता रानी का प्रसाद ही क्यों न हो। जो श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं, उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाए। माता रानी की पूजा-अर्चना करने वाले पुजारियों को धोती कुर्ता पहनना होगा।
---------------------
इस तरह के आदेश पहले भी दिए जा चुके हैं। दोबारा से आदेश जारी किए गए हैं ताकि गभ गृह के बाहर व अंदर व्यवस्था बनी रहे। श्रद्धालुओं को माता रानी के दर्शन करने में परेशानी न हो। गर्भगृह के अंदर पुजारियों के माथा टेकने पर किसी तरह की रोक नहीं होगी।
अवनीश शर्मा, मंदिर अधिकारी