पूछताछ के बाद दवा देकर घर भेज दिए मरीज
फोटो 4 व ए संवाद सहयोगी संतोषगढ़ शहर की 15 हजार आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभालने
फोटो 4 व ए
संवाद सहयोगी, संतोषगढ़ : शहर की 15 हजार आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभालने वाली सीएचसी संतोषगढ़ इन दिनों बिना चिकित्सक के ही चल रही है। इलाज कराने के लिए पहुंचे लोगों को चेकअप करने की बजाय पूछताछ कर दवा देकर घर का रास्ता दिखाया जा रहा है। हालांकि वीरवार को यहां कोई चिकित्सक न होने के चलते प्रतिदिन की तरह सीएचसी स्थित दंत रोग विभाग की विशेषज्ञ ओपीडी में सेवाएं प्रदान करने पहुंची थी, लेकिन जनरल ओपीडी में किसी चिकित्सक की मौजूदगी न होने के चलते साधारण मरीजों को दवा देने का जिम्मा संभालने बैठ गईं, लेकिन एमडी या एमबीबीएस चिकित्सक के न होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वीरवार को कुछ ऐसे ही वाक्या में संतोषगढ़ निवासी बलवीर घबराहट होने पर संतोषगढ़ सीएचसी पहुंचा था। बलवीर सिंह के अनुसार उसे उच्च रक्तचाप की समस्या थी, लेकिन बिना बीपी जांचे तथा मामूली पूछताछ के बाद दवा देकर घर भेज दिया गया। ऐसे ही कई मरीज सुबह से ही अपना इलाज कराने यहां आ तो रहे हैं, लेकिन कोई चिकित्सीय उचित जांच एवं परामर्श न मिलने के चलते उन्हें दर्द के साथ वापस लौटना पड़ रहा है। सीएचसी में मौजूद स्टाफ नर्स एवं दंत रोग विशेषज्ञ ने बताया कि मरीजों को यथा संभव इलाज दे रहे हैं पर आपातकालीन स्थिति में रेफर करने के अलावा उनके पास कोई दूसरी राह नहीं है। उधर सीएचसी प्रभारी मनवीर सिंह ने बताया कि स्वयं 24 घंटे लगातार सेवा देकर सुबह ही ड्यूटी ऑफ कर घर चले गए थे। बकायदा इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है। बीएमओ बलराम धीमान ने बताया कि कोविड-19 के चलते हमारे पास चिकित्सकों की कमी है। क्षेत्र में बने क्वारंटाइन सेंटरों में सैंपल लेने का जिम्मा निभा रहे हैं। एक चिकित्सक अवकाश पर हैं।